केदारनाथ के पास गौरीकुंड के घने जंगलों में हेलिकॉप्टर क्रैश, पायलट समेत 7 लोगों की मौत

उत्तराखंड के पवित्र धाम केदारनाथ के लिए उड़ान भरने के दौरान एक दर्दनाक हादसा हुआ है। गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुआ आर्यन एविएशन का हेलिकॉप्टर, जो श्रद्धालुओं को लेकर चारधाम यात्रा के दौरान सेवा दे रहा था, गौरीकुंड-सोनप्रयाग के दुर्गम जंगलों के बीच दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। हादसे की खबर मिलते ही राज्य प्रशासन में हड़कंप मच गया और रेस्क्यू टीमों को तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है।

प्राथमिक जानकारी के अनुसार, खराब मौसम और कम दृश्यता इस दुर्घटना की प्रमुख वजह मानी जा रही है। इस हेलिकॉप्टर में पायलट समेत 7 लोग सवार थे। खबर है कि इस हादसे में सभी की मौत हो चुकी हैं। यह हादसा इतनी ऊंचाई पर हुआ कि रेस्क्यू टीम को घटनास्थल तक पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों के मुताबिक, हेलिकॉप्टर में क्षमता से अधिक लोग सवार थे, जो सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े करता है।

उत्तराखंड एडीजी कानून एवं व्यवस्था, डॉ. वी. मुरुगेशन ने बताया कि गौरीकुंड में लापता हुआ हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो चुका है और उसमें 6 लोग सवार थे। आधिकारिक जानकारी आने का अभी भी इंतजार है।

मिली जानकारी के अनुसार, सुबह 5 बजकर 17 मिनट पर आर्यन एविएशन का यह हेलिकॉप्टर 6 श्रद्धालुओं को लेकर केदारनाथ हेलीपैड से गुप्तकाशी हेलीपैड के लिए रवाना हुआ था। रास्ते में मौसम अचानक खराब हो गया, जिस वजह से पायलट को मजबूरी में अन्य स्थान पर हार्ड लैंडिंग करनी पड़ी, लेकिन लैंडिंग असफल रही और हेलिकॉप्टर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।

हेलिकॉप्टर में सवार यात्रियों की पहचान:

1. राजवीर – पायलट

2. विक्रम रावत – बीकेटीसी, निवासी रासी ऊखीमठ

3. विनोद

4. तृष्टि सिंह

5. राजकुमार

6. श्रद्धा

7. राशि

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जताया शोक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि जनपद रुद्रप्रयाग में हेलीकॉप्टर दुर्घटना का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन और अन्य रेस्क्यू टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। बाबा केदार से सभी यात्रियों की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं।

बीते दिनों हुए हेलिकॉप्टर हादसे

उत्तराखंड के दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर हादसों की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय बन गई हैं। 7 जून को केदारनाथ जा रहे एक हेलिकॉप्टर में उड़ान के दौरान अचानक आई तकनीकी खराबी के चलते रुद्रप्रयाग जिले में हाईवे पर आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी। इस घटना में हेलिकॉप्टर में सवार पांच तीर्थयात्री और एक पायलट बाल-बाल बच गए, जिससे बड़ा हादसा टल गया। अधिकारियों के अनुसार, हेलीकॉप्टर ने बड़ासू हेलीपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन मार्ग में समस्या आने पर उसे सिरसी के निकट राजमार्ग पर आपात स्थिति में उतारना पड़ा। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा गया कि केस्ट्रेल एविएशन का हेलिकॉप्टर रिहायशी इलाकों के बेहद पास हाईवे पर खड़ा है और उसके ‘टेल रोटर’ से एक कार को नुकसान पहुंचा।

इसी तरह 17 मई को भी ऋषिकेश स्थित एम्स से रवाना हुई एक हेली एंबुलेंस केदारनाथ हेलीपैड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। सौभाग्य से, उसमें सवार तीनों लोग—एक डॉक्टर, एक पायलट और एक अन्य व्यक्ति सुरक्षित बच गए थे। इन लगातार घटनाओं ने न केवल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि चारधाम यात्रा के दौरान उड़ान संचालन के मानकों और निगरानी पर भी बहस छेड़ दी है।