झोलाछाप की लापरवाही ने ली जान: धौलपुर में 10वीं पास फर्जी डॉक्टर ने दी खतरनाक दवा, 25 साल के युवक की दर्दनाक मौत

राजस्थान के धौलपुर जिले की कोतवाली थाना पुलिस ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए कक्षा दसवीं पास एक फर्जी झोलाछाप चिकित्सक ठाकुरदास को गिरफ्तार किया है। यह झोलाछाप बीते 20 वर्षों से बिना किसी मेडिकल डिग्री के इलाज कर रहा था। उसकी गलत दवा और लापरवाही के कारण 19 मई 2025 को 25 वर्षीय युवक अविनाश की जान चली गई। यह दर्दनाक घटना इलाके में गहरी चिंता और चर्चा का विषय बनी हुई है।

पेट दर्द ने पहुंचाया क्लीनिक, मात्र आधे घंटे में गई जान

19 मई 2025 को सिंगोरई गांव के अविनाश को अचानक पेट में तेज दर्द हुआ। वह राहत की उम्मीद लेकर बाड़ी शहर में स्थित ठाकुरदास के क्लीनिक पहुंचा। आरोपी चिकित्सक ने उसे भर्ती कर तुरंत इंजेक्शन और ड्रिप दे दी। लेकिन इलाज के आधे घंटे के भीतर ही अविनाश की तबीयत बिगड़ने लगी। उसके मुंह से झाग निकलने लगे और शरीर ठंडा पड़ गया। घबराया झोलाछाप उसे तुरंत सरकारी अस्पताल ले जाने की सलाह देकर भिजवाया, लेकिन रास्ते में ही अविनाश की मौत हो गई।

बिना डिग्री 20 साल से कर रहा इलाज, बनी लापरवाही की बड़ी मिसाल

ठाकुरदास महज दसवीं पास है और उसने किसी स्थानीय डॉक्टर के पास असिस्टेंट बनकर थोड़ी जानकारी हासिल की थी। इसके बाद उसने भारद्वाज मार्केट, बाड़ी में अपना क्लीनिक खोल लिया और भोले-भाले ग्रामीणों का इलाज करना शुरू कर दिया। परिजनों का कहना है कि अविनाश की मौत उसकी इसी झोलाछाप प्रैक्टिस का नतीजा है।

मौत का कारण बनी भारी खुराक और गलत दवा का मिश्रण


थाना प्रभारी अमित कुमार शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच और मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार ठाकुरदास ने अविनाश को जरूरत से अधिक और घातक दवाएं दे दीं। जिनमें वोविरिन, डेक्सोना, बोमिकाइंड और मीकासिन जैसे इंजेक्शन शामिल थे। इन दवाओं का खतरनाक मिश्रण अविनाश के शरीर में रिएक्शन कर गया और उसकी जान चली गई।

गिरफ्तारी के बाद पूछताछ जारी, जल्द कोर्ट में पेशी


घटना के बाद आरोपी ठाकुरदास ने क्लीनिक बंद कर फरार होने की कोशिश की थी। लेकिन मृतक अविनाश के मामा शिव सिंह की शिकायत के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लापरवाही की पुष्टि हुई, जिसके आधार पर ठाकुरदास को गिरफ्तार कर लिया गया। अब उससे पूछताछ की जा रही है और जल्द ही उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।