अलवर : 5 दिन पहले ही गर्भ में मर गया बच्चा और अस्पताल करता रहा महिला का इलाज, देते रहे इंजेक्शन

अलवर से एक अस्पताल की लापरवाही का मामला सामने आया हैं जहां एक महिला के गर्भ में पल रहा बच्चा 5 दिन पहले ही मर चुका था लेकिन इसके बावजूद अस्पताल महिला का इलाज कारते हुए इंजेक्शन देता रहा। मामले का खुलासा तब हुआ जब महिला को जनाना अस्पताल लेकर आए। परिवार न्याय की मांग कर रहा है। मामला अलवर के काला कुआं की है। इस मामले में सीएमएचओ डॉ ओपी मीणा का कहना है कि मामले की जांच कर रहे हैं। दोनों अस्पतालों से रिपोर्ट मंगा ली है। परिजन बता रहे हैं कि डॉक्टर की गंभीर लापरवाही रही है। पेट में ही बच्चा मर गया लेकिन डॉक्टरों ने सुध नहीं ली। जांच करने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।

अलवर के काला कुआं निवासी सोनिया के गर्भ में 5 दिन तक नवजात मरा पड़ा रहा। जबकि पहले डॉक्टर कहते रहे कि सब कुछ स्वस्थ है 15 दिन बाद में बच्चा जन्म लेगा। पीड़िता ने बताया कि 12 से 18 फरवरी तक काला कुआं अस्पताल आते रहे। डॉक्टर ने कहा सब कुछ ठीक है। बच्चा स्वस्थ होगा। कहीं कोई दिक्कत नहीं लग रही। 20 फरवरी तक काला कुआं सैटेलाइट अस्पताल में महिला को भर्ती कर दिया। इसके बाद कहा कि पेट में नवजात उल्टा है। इसलिए जनाना अस्पताल ले जाए। महिला को जनाना अस्पताल लेकर आए। यहां महिला को प्रसव कराया गया। तब पता लगा नवजात 5 दिन से पेट में मरा था। जबकि काला कुआं हॉस्पिटल के डॉक्टर सब कुछ ठीक बता दर्द के इंजेक्शन देते रहे।

महिला ने काला कुआं अस्पताल की डॉक्टर प्रगति व रुचि पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इस मामले में सीएमएचओ के स्तर पर जांच शुरू की है। पीडिता की यही मांग है कि मेरा बेटा डॉक्टरों की लापरवाही से मरा है। उसे न्याय चाहिए। इसके लिए वह कानूनी रूप से भी लड़ाई लड़ेगी। मेडिकल एक्सपर्ट के जानकारों का कहना है कि चार दिन तक पेट में बच्चा मरा पड़ा रहने से महिला की जान भी जा सकती थी।