गणतंत्र दिवस 2019 - संविधान के लागू होने से अबतक, लोगों की मानसिकता में आए कई बदलाव

हमारे भारत देश को अंग्रेजों से आजादी लेने के लिए लम्बी लड़ाई लड़नी पड़ी हैं और कई लोगों की कड़ी मेहनत और कुर्बानियों की मदद से आज हमारा देश आजाद हैं। इसी आजाद देश की अच्छी नींव रखने के लिए हमारे देश का संविधान बनाया गया और देश का संचालन संविधान के अनुसार किया गया। संविधान का निर्माण देश की भलाई और लोगों के चरित्रवान होने के पथ का निर्माण करता हैं। लेकिन संविधान के लागू होने से अबतक के समय में लोगों की मानसिकता में कई बदलाव आए हैं। आज हम आपको कुछ महत्वपूर्ण बदलावों के बारे में बताने जा रहे हैं।

* परतंत्र भारत में जहां सभी चरित्रवान थे, आजादी के बाद चरित्रवानों का टोटा पड़ गया, आप किसी भी क्षेत्र में जाये चरित्रहीनों की संख्या सर्वाधिक हैं, ज्यादातर लोग भ्रष्टाचार में डूबे हैं, और अपने हिस्से का भारत लूट लेना चाहते हैं, जो नहीं लूट रहे, उन्हें मूर्ख समझा जाता हैं।

* आज की युवा पीढ़ी, अब देश और समाज तथा परिवार के लिए भी नहीं सोचती, उसे सिर्फ अपने लिए धन कमाना और ऐश करने से मतलब हैं, इनके लिए देश व समाज कोई मायने नहीं रखता, इनके लिए तो परिवार भी कोई मायने नहीं रखता, सेल्फमेड जिंदगी जीने में ये ज्यादा आनन्द अनुभव करते हैं।

* आज भारत खंडित हैं, आजादी के समय ही भारत दो टुकड़ें में बंट गया था, बाद में चीन और पाकिस्तान ने भी भारत के हजारों वर्ग किलोमीटर भूभाग पर कब्जा कर बैठा। पर किसी की हिम्मत नहीं कि इन हजारों वर्ग किलोमीटर हड़पी गयी जमीन को पुनः भारत में मिला लें।

* बहुत सारे भारतीय अब अमीर बन गये हैं, पर भारत के उपर विदेशियों का इतना कर्ज हैं कि भारत सरकार को बजट का बहुत हिस्सा तो ब्याज देने में खत्म हो जाता हैं।

* देश का लघु और कुटीर उद्योग पूरी तरह से बर्बाद हो चुका हैं, इसके जगह पर बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने अपना कब्जा जमा लिया हैं और देश की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से गिरवी हो गयी हैं।