पंजाब (Punjab) के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा (Pulwama) में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर कड़ी निंदा की है। चंडीगढ़ में जब पत्रकारों ने नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) से पूछा कि पाकिस्तान (Pakistan) की इस हरकत पर आपका क्या कहना है? तो नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने कहा कि जो घटना हुई है, वह कायरतापूर्ण है। उसकी वह निंदा करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई देश नहीं होता। आतंकियों का कोई मजहब नहीं होता। उनकी कोई जात नहीं होती। सिद्धू ने पुलवामा आतंकी हमले को कायरतापूर्ण कार्यवाही करार दिया और इस घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि जो भी लोग इस आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार हैं, उन पर कार्यवाही होनी चाहिए। हालांकि इस हमले की वजह से करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण और खुलने पर कोई असर पड़ सकता है के सवाल को सिद्धू टाल गए। सिद्धू बोले कि क्या इससे ज्यादा कुछ बोलना जरूरी है? गौरतलब है कि गुरुवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के एक फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए।
वही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरा देश एक साथ है। उन्होंने कहा कि देश को कोई शक्ति नहीं तोड़ सकती है। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने देश को आश्वासन दिया कि हम सरकार और सुरक्षाबलों के साथ है। हम इस हमले पर राजनीति नहीं करेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि ये हमला हिंदुस्तान की आत्मा पर हमला है। आतंकी हमले के खिलाफ हम सरकार के हर कदम का समर्थन करते है। उन्होंने कहा कि इस मामले पर पर हम शहीदों के परिवारों के साथ खड़े हैं। इस हमले से हमारे दिल को चोट पहुंची है। आतंकियों को पता होना चाहिए हम ऐसे हमलों को नहीं भूलते हैं। प्रेस वार्ता में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि आज शोक का दिन है। हमारे देश ने 40 से ज्यादा जवानों को खो दिया। हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी यह है कि हम उन परिवारों के साथ खड़े हों। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से जवानों और उनके परिवार के साथ है।
वही इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि हमले के बाद जो देश की अपेक्षाएं हैं, कुछ कर गुजरने की भावनाएं हैं, वो भी स्वाभाविक हैं। हमारे सुरक्षा बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दे दी गई है। हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर उनकी बहादुरी पर पूरा भरोसा है। मुझे पूरा भरोसा है कि देश भक्ति के रंग में रंगे लोग, सही जानकारियां भी हमारी एजेंसियों तक पहुंचाएंगे। साथ ही आतंक के लिए हमारी लड़ाई और तेज हो सके। मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वे बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं। बहुत बड़ी कीमत उनको चुकानी पड़ेगी। मैं देश को भरोसा देता हूं, हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के पीछे जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किए की सजा अवश्य मिलेगी। पीएम मोदी ने कहा कि समय बड़ी आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे हमारे पड़ोसी देश को ये भी लगता है कि वो ऐसी तबाही मचाकर, भारत को बदहाल कर सकता है। उसके ये मंसूबे भी कभी पूरे नहीं होंगे।130 करोड़ हिंदुस्तानी ऐसी हर साजिश, ऐसे हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में अलग-थलग पड़ चुका हमारा पड़ोसी देश अगर ये समझता है कि जिस तरह के कृत्य वो कर रहा है, जिस तरह की साजिशें रच रहा है, उससे भारत में अस्थिरता पैदा करने में सफल हो जाएगा, तो वो बहुत बड़ी भूल कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं पुलवामा के आतंकी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्होंने देश की सेवा करते हुए अपने प्राण न्योछावर किए हैं। दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं, उनके परिवारों के साथ हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक जैश के आतंकवादी ने विस्फोटकों से भरी कार से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी। ये साल 2016 में हुए उरी हमले के बाद सबसे भीषण आतंकवादी हमला है।