गहलोत सरकार पर पड़ने लगा मंत्रिमंडल फेरबदल का दबाव, सियासी बयानबाजी शांत, अब कभी भी हो सकता हैं ऐलान

राजस्थान में लम्बे समय से मंत्रिमंडल विस्तार की बातें सामने आ रही हैं और कई मंत्रियों का पत्ता कटने की खबरें चर्चा में थी। लेकिन काफी समय से इसको लेकर कोई बात सामने नहीं आई। अब प्रदेश में सियासी बयानबाजी शांत हो गई और गहलोत के नजदीकी बता रहे हैं कि मंत्रिमंडल फेरबदल का दबाव बढ़ता जा रहा हैं जिसके चलते जल्द ही इसका ऐलान हो सकता हैं। सूत्रों का कहना है कि इसके लिए गहलोत की दिल्ली में आलाकमान से बातचीत भी हो चुकी है। आलाकमान ने फेरबदल या विस्तार का फैसला पूरी तरह गहलोत पर छोड़ दिया है।

सूत्रों का कहना है कि सितंबर में विधानसभा सत्र शुरू होने पहले सरकार अपने मंत्रिमंडल का चेहरा बदलेगी। फिलहाल मंत्रिमंडल में 9 लोगों के लिए वैकेंसी है। कांग्रेस के कुल 106 विधायक हैं। इसमें से 19 मंत्री हैं। एक मंत्री सहयोगी आरएलडी से है। इन शेष बचे विधायकों में से 45 ऐसे हैं जो पहली बार निर्वाचित होकर आए हैं। इनके मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना नहीं है। 2 बार निर्वाचित हुए 27 विधायकों में से 11 फिलहाल सरकार में मंत्री हैं। इनके अलावा महेश जोशी मुख्य सचेतक तथा महेंद्र चौधरी उपमुख्य सचेतक हैं।