BRICS Summit 2017 : पीएम मोदी को मिली बड़ी सफलता, आतंकवाद पर अपनी बात मनवाने में कामयाब हुए

भारत ब्रिक्स सम्मलेन में अपना पक्ष रखने में सफल हुआ. चीन चाह कर भी नही कर पाया पाक का समर्थन. पीएम मोदी ने कहा कि एक ताकतवर ब्रिक्स पार्टनरशिप और इनोवेशन विकास का जरिया बन सकते हैं.

आइये जानते है सम्मेलन की कुछ खास बाते -


# चीन में शुरू हुए नौंवे ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) सम्मेलन के दौरान भारत को बड़ी कामयाबी मिली है और पीएम मोदी आतंकवाद पर अपनी बात मनवाने में सफल रहे.

# इस बार ब्रिक्स सम्मेलन में पहली बार आतंकी संगठनों की सूची बनाई गई है. सभी ब्रिक्स देशों ने साथ मिलकर आतंकवाद का सामना करने की बात की.

# ब्रिक्स घोषणापत्र में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर, हक्कानी नेटवर्क, जैश-ए-मोहम्मद द्वारा की जा रही हिंसा की निंदा की गई.

# इस घोषणापत्र से पाकिस्तान को झटका लग सकता है क्योंकि ये सारे आतंकी संगठन पाकिस्तान से ही संचालित होते हैं.

# सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच द्विपक्षीय मुलाकात भी हुई जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा की गई. वार्ता के दौरान रूस और भारत के बीच पर्यटन के बढ़ावे को लेकर बात हुई.

# BRICS में नहीं चली चीन की, भारत की पहल पर घोषणापत्र में लश्कर, जैश का जिक्र.


पाक और आतंकवाद के मुद्दे पर मोदी ने दिया जोर -:

विदेश मंत्रालय ने कहा कि घोषणा पत्र में लश्क र और जैश-ए-मोहम्मद का जिक्र है. आतंक का समर्थन करने वाले बेनकाब होंगे. आतंक की फंडिंग पर प्रहार की जरूरत है. सभी ब्रिक्स देशों ने साथ मिलकर आतंकवाद का सामना करने की बात की है. इस बार ब्रिक्स सम्मेलन में पहली बार आतंकी संगठनों की सूची बनाई गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचार को खत्म करने के तरीकों पर भी बात की. ब्रिक्स देशों ने आतंकवाद और आतंकवादी संगठनों की फंडिंग को रोकने पर भी चर्चा की.