राजस्थान : कोरोना से मिली राहत तो ब्लैक फंगस बना आफत, 2500 पार पहुंचे रोगी, 80% बेड फुल

प्रदेश में कोरोना राहत देने लगा हैं और आंकड़ों में लगातार कमी आ रही हैं। लेकिन वहीँ ब्लैक फंगस बड़ी आफत बनता जा रहा हैं जहां हर दिन आंकड़ों में बढ़ोतरी हो रही हैं। एक माह में कोरोना की लहर गई तो अब ब्लैक फंगस की लहर आ चुकी है। गत 10 मई से लेकर अब तक ब्लैक फंगस के रोगी सीधे 50 से बढ़कर और 2500 पार जा चुके हैं।ब्लैक फंगस के लिए आरक्षित किए गए बेड करीब 80% फुल हो चुके हैं। ब्लैक फंगस के नए-नए रूप सरकार के लिए इतनी बड़ी मुसीबत बन चुके हैं कि राजस्थान सरकार को दो विशेष विमान भेजकर 5550 टीके एक ही दिन में मंगवाने पड़े। कुल 60000 वायल का कार्य आदेश जारी किया गया है। फिर भी ब्लैक फंगस का लगातार बढ़ना चिंता का विषय है। राजस्थान में एक महामारी उतार पर है तो दूसरी चढ़ाव पर है।

सरकार ने 14 मई को पहली बार ब्लैक फंगस के इंजेक्शन मंगाए थे। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि हमने ब्लैक फंगस को भी काबू करने के लिए विशेष विमान से इंजेक्शन मंगाए है। कोरोना वैक्सीन में भी केंद्र के भरोसे नहीं बैठे है। हमने अपने स्तर पर 101 करोड़ एडवांस देकर 30 लाख टीके के आर्डर दिए। 9 जून को शेष बचे 42 करोड़ के 12.66 लाख टीके भी आ रहे हैं।

राजस्थान में मिले पिछले 77 दिन के सबसे कम कोरोना रोगी, 88% प्रतिशत बेड हो चुके खाली

राजस्थान में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर लगाम लगने लगी हैं जहां बीते दिन मंगलवार को पिछले 77 दिन के सबसे कम 529 रोगी मिले। पिछले 24 घंटे में 32 लोगों की कोरोना से मौत हुई। पिछले 24 घंटे में 32 लोगों की कोरोना से मौत हुई। वहीँ मंगलवार को 2617 मरीजों ने कोरोना को मात दी हैं जिसके बाद एक्टिव रोगियों की संख्या घटकर 13,624 पर आ गई है। राजधानी जयपुर में 141 नए संक्रमित मिले और 5 लोगों की मौत हुई। उदयपुर में 42 अलवर में 61 हनुमानगढ़ में 38 रोगी मिले। प्रदेश के दूसरे सबसे संक्रमित जिले जोधपुर में मंगलवार को मात्र 12 रोगी मिले जो अब तक के सबसे कम है।