CAA को लेकर जेपी नड्डा ने राहुल गांधी से पूछे तीन सवाल, कहा - कांग्रेस जनता को गुमराह कर रही है

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में इंदौर में आयोजित 'आभार सम्मेलन' में भाजपा (BJP) के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने कि मैं कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से तीन प्रश्न पूछना चाहता हूं।

पहला प्रश्न क्या उन्होंने वर्ष 1947 में हुए भारत के विभाजन का इतिहास पढ़ा है? उनके वक्तव्यों से तो कतई नहीं लगता कि उनके दिल में देश के उस बंटवारे का कोई दर्द है जब बर्बर नरसंहार के बीच लाखों लोगों को अपनी जान की सलामती और स्त्रियों को अपनी आबरू बचाने के लिये मातृभूमि को अचानक छोड़ना पड़ा था।

दूसरा प्रश्न यह कि क्या वे अपने राजनीतिक जीवन में कभी ऐसे कैंप में गए हैं जहां पाकिस्तान, बांग्लादेश से आए शरणार्थी रह रहे हैं।

तीसरा प्रश्न यह कि पिछले एक सप्ताह से देश में हिंसक आंदोलन हो रहा है, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, इसे रोकने के लिए आपने एक भी बयान क्यों नहीं दिया। मैं राहुल गांधी से यह कहना चाहता हूं कि वे सीएए की 10 लाइन बता दें और दो लाइन यह बता दें कि इससे क्या नुकसान है।

बता दे, नड्डा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह सीएए पर जनता को गुमराह करते हुए एक वर्ग विशेष के लोगों को उकसा रही है और वोट बैंक को देश से ऊपर रखकर हिंसा की आग पर राजनीति की रोटियां सेंक रही है। सीएए की पैरवी करते हुए नड्डा ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति से नये नागरिकता कानून की अवधारणा साकार हो सकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह स्पष्ट शब्दों में कह चुके हैं कि मुस्लिम समुदाय के एक भी वैध नागरिक की नागरिकता नहीं छीनी जायेगी।

नड्डा ने दावा किया कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी इस विचार का सार्वजनिक तौर पर समर्थन किया था कि धार्मिक प्रताड़ना के कारण पाकिस्तान से भारत आये लोगों को भारतीय नागरिकता दी जानी चाहिये।