राजस्थान : गांवों में भाजपा राज, अब तक पंचायत समितियों की 1990 और जिला परिषद की 353 सीटें जीतीं

राजस्थान के 21 जिलों में हुए जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनावों की काउंटिंग चल रही है। 21 जिलों में 636 जिला परिषद सीटों में से 635 के नतीजे आ चुके हैं। 222 पंचायत समितियों के लिए 4371 सदस्यों में से 4304 का फैसला हो चुका है। राज्य में कांग्रेस की सरकार होने और किसान आंदोलन के बावजूद भाजपा को दोनों ही चुनावों बढ़त मिली है। आपको बता दे, जिन 21 जिलों में चुनाव हुए थे वे है- अजमेर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौडगढ, चूरू, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, झुंझुनूं, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, टोंक और उदयपुर। पूर्व डिप्टी CM सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना और खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना के इलाकों में भी कांग्रेस हार गई।

जिला परिषद की 353 और पंचायत समिति की 1990 सीटों पर भाजपा की जीत हुई है। जिला प्रमुख और प्रधान का चुनाव 10 दिसंबर, उप जिला प्रमुख और उप प्रधान का चुनाव 11 दिसंबर को होगा।

जिला परिषद सदस्यों के अब तक के नतीजे

पार्टी - जीते
कांग्रेस - 252
भाजपा - 353
CPIM - 2
RLP - 10
निर्दलीय - 18

पंचायत समिति सदस्यों के अब तक के नतीजे
पार्टी - जीते
कांग्रेस - 1796
भाजपा - 1990
BSP - 3
CPIM - 26
RLP - 60
निर्दलीय - 429

कई बड़े नेता अपने रिश्तेदारों की सीट भी नहीं बचा पाए

- केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के बेटे बीकानेर जिला परिषद चुनाव हार गए।
- सादुलपुर से कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया की सास और देवरानी पंचायत समिति सदस्य के चुनाव में हारीं।
- भाजपा विधायक गोपीचंद मीणा की मां उगमा देवी भीलवाड़ा की जहाजपुर पंचायत समिति का चुनाव हारीं।
- सरदारशहर विधायक भंवरलाल शर्मा की पत्नी मनोहरी देवी शर्मा अपने देवर श्यामलाल से पंचायत समिति सदस्य का चुनाव हारीं। श्यामलाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था।
- श्रीमाधोपुर के पूर्व विधायक झाबर खर्रा के बेटे दुर्गा सिंह चुनाव हारे।
- गढ़ी से भाजपा विधायक कैलाश मीना की पुत्रवधू हारीं।
- कांग्रेस की पूर्व विधायक कान्ता भील के पुत्र अरथूना से हारे।