बिहार विधानसभा चुनाव / नीतीश के मंत्रियों को झेलना पड़ रहा है विरोध, लोगों ने पूछे सवाल तो लगे भागने

बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार को निकले नीतीश सरकार के मंत्रियों को अपने क्षेत्र में लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ताजा मामला मधुबनी के लौकहा विधानसभा क्षेत्र के सिसवार गांव का है। रविवार को बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री सह स्थानीय विधायक लक्ष्मेश्वर राय सिसवार गांव में प्रचार करने पहुंचे। गांव में जनसम्पर्क के दौरान ही एक युवा संगठन से जुड़े लोगों ने उन्हें घेर लिया और उनके द्वारा किये गए कार्यों पर सवाल पूछने लगे। युवाओं ने बाकायदा इसका वीडियो भी बनाया, जो अब सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है।

वीडियो में देखा जा सकता है कि 'युवा शक्ति' नाम के एक संगठन से जुड़े कुछ युवा मंत्रीजी को घेरकर उनसे सवाल पूछ रहे हैं। उन्होंने मंत्री जी से पूछा एक बात बताए कि आपने पिछले पांच साल में कौन से पांच काम किये हैं। इस सवाल के जवाब में मंत्री जी कहा कि आप अपना काम कीजिये, हम अपना काम करेंगे।

ग्रामीणों के अनुसार सिसवार गांव का हॉस्पिटल वर्षो से बंद पड़ा हुआ है। जनप्रतिनिधियों से इसके लिए कई बार बात की गई लेकिन कभी किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज चुनाव के वक़्त मंत्री सह जदयू विधायक लक्ष्मेश्वर राय जब अपने कार्यकर्ताओं के साथ जनसम्पर्क कर रहे थे, तब ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। इसी दौरान कई युवक विधायक के समीप पहुंचे, उन्हें नमस्कार किया और बीते सालों के कार्य का हिसाब मांगने लगे। इस बीच विधायक और उनके साथ मौजूद सुरक्षाकर्मी व कार्यकर्ता मौका देख निकलने लगे।

मंत्री ने बताया राजनीतिक साजिश

इस घटना को लेकर मंत्री लक्ष्मेश्वर राय का कहना है कि प्रखंड क्षेत्र में विकास का कार्य किया गया है। आज कुछ असामाजिक लोगों के द्वारा राजनीतिक साजिश के तहत इस तरह का काम किया गया। कई युवकों ने मुझे जातिसूचक शब्दों के साथ अपमानित किया। छोटी सी बहस हुई है। लेकिन इससे चुनाव में कोई फर्क नही पड़ेगा।

कला संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार को भी झेलना पड़ा था गुस्सा

कला संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार प्रचार के लिए मोतिहारी विधानसभा क्षेत्र में गए थे। इस दौरान मंत्री प्रमोद कुमार को गांव वालों के गुस्से का सामना करना पड़ा। हालत ये हो गई, कि गांव के युवकों के सवालों की बौछार से घबराए मंत्री के पसीने छूट गए। वे किसी तरह गांव से निकलने लिए छटपटा रहे थे। बमुश्किल गांव से वे बाहर निकल सके। मंत्री प्रमोद कुमार ने जैसे ही हाथ जोड़कर लोगों से वोट की अपील शुरू की, वैसे ही लोगों की भीड़ ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया। भीड़ के सवालों की बौछार से मंत्री प्रमोद कुमार खुद को बचाते नजर आए। लोगों ने क्षेत्र की जर्जर सड़कों और वहां के बदहाल जीवन को लेकर प्रमोद कुमार को जमकर खरी खोटी सुनाई। लोगों के सवालों का मंत्री प्रमोद कुमार के पास कोई जवाब नहीं था। वे इस दौरान लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उन्हें बात करने का मौका ही नहीं दिया जा रहा था। इसके बाद प्रमोद कुमार सिंह ने वहां से निकल जाना ही उचित समझा।

इनका भी हुआ है विरोध

इससे पहले 21 अक्टूबर को दरभंगा के बहादुरपुर विधानसभा में अपने लिए वोट मांगने पहुंचे नीतीश सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री मदन सहनी को भी ग्रामीणों ने घेर लिया था। उनसे पूछा गया कि चुनाव जीतने के बाद एक बार भी जनता के बीच क्‍यों नहीं आये? इसके अगले ही दिन भाजपा कोटे से मंत्री व लखीसराय के स्थानीय विधायक विजय सिन्हा का भी उनके ही इलाके में विरोध हुआ था। इससे पूर्व एक मंत्री माहेश्वर हजारी को भी ग्रामीणों ने खदेड़ दिया था।