जदयू की दो टूक- चुनाव लोकसभा का हो या विधानसभा, बिहार का चेहरा तो नीतीश कुमार ही रहेंगे

एनडीए की सात जून को होने वाली बैठक से पहले जदयू ने साफ कर दिया कि बिहार में चुनाव चाहे लोकसभा का हो या विधानसभा का, चेहरा तो नीतीश कुमार ही रहेंगे। भाजपा और जदयू गठबंधन के बीच, समय-समय पर खटास और खटपट की खबरें सुनाई- दिखाई देती रही हैं लेकिन जब पार्टी के चेहरे की बात आती है तो वह सिर्फ नीतीश कुमार पर आकर ही टिक जाती है। वैसे तो उपचुनावों में पार्टी ने बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है हाल ही में जोकिहाट में हार के बाद पार्टी की रणनीति पर हुई चर्चा में जेडीयू के नेता पवन वर्मा ने कह दिया है कि देश का चेहरा जो भी हो लेकिन बिहार में राजग का चेहरा नीतीश कुमार ही होंगे।

यह फैसला पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में लिया गया। इसमें नीतीश कुमार, प्रशांत किशोर, केसी त्यागी और पवन वर्मा शामिल हुए। इन सभी के बीच करीब चार घंटे चर्चा हुई। मीटिंग के बाद कहा गया कि जेडीयू एनडीए के साथ है और रहेगी। कहा जा रहा है कि पार्टी ने राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से 25 सीटों पर 2019 में चुनाव लड़ने का मन बनाया है।

पार्टी का स्टैंड: बिहार में एनडीए में जदयू-भाजपा, लोजपा और रालोसपा शामिल, लेकिन नेता तो नीतीश कुमार ही हैं

- बैठक के बाद वर्मा ने कहा कि बिहार में एनडीए का गठन जदयू, भाजपा, लोजपा और आरएलएसपी से मिल कर हुआ है। लेकिन बिहार में नेता सिर्फ नीतीश कुमार ही हैं। वह इसी वजह से अभी भी सीएम हैं। बिहार में नीतीश ही सबकी प्राथमिकता हैं। बैठक में जदयू को मजबूत करने और दूसरे राज्यों में इसके प्रसार पर भी विचार किया गया। इसमें हाल के उपचुनावों में जदयू की हार पर भी बात हुई।

- रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा द्वारा भाजपा को लोकसभा चुनाव के लिए अभी से टिकटों का बंटवारा कर लेने की नसीहत पर वर्मा बोले- बात पहले या बाद की नहीं है। किसी भी संगठन में शामिल घटक दलों के लिए सम्मान सबसे महत्वपूर्ण होता है।

- उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि कुछ उपचुनावों को जीत कर एनडीए में टूट का सपना देखने वाले खुद टूट जाएंगे।

बिहार में नीतीश से बड़ा चेहरा नहीं-पवन कुमार
- सांसद पवन वर्मा ने कहा, "पार्टी की बैठक समय-समय पर होती रहती है। इसके खास मायने नहीं निकाले जाने चाहिए।"

- क्या जेडीयू बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग को जारी रखेगी? यह पूछे जाने पर वर्मा ने कहा कि हम कभी भी इस मांग से पीछे नहीं हटे हैं। बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग लगातार करते रहेंगे। वहीं, गठबंधन का चेहरा कौन होगा? इस पर वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही गठबंधन का चेहरा होंगे। फिलहाल, बिहार में उनसे बड़ा चेहरा नहीं है।

- बता दें कि 7 जून को पटना के ज्ञान भवन में एनडीए का महासम्मेलन है।

जोकिहाट ने बिगाड़ा गठबंधन का गणित
- बिहार में एक के बाद एक उपचुनावों में मिली हार से एनडीए के घटक दल भी चिंतित है। हाल ही में जोकिहाट में हुई हार ने एनडीए गठबंधन की इस चिंता को और बढ़ा दिया है।

त्यागी ने कहा- जदयू एनडीए से अब कभी नहीं होगा अलग
- जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि जदयू के अब कभी एनडीए से अलग होने का सवाल ही नहीं उठता है। हमारा लक्ष्य लोकसभा चुनाव में बिहार में अधिक से अधिक सीटों को जीतना है। अब फिर से राजद या कांग्रेस के साथ जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। हमने राजद का साथ भ्रष्टचार के मसले पर छोड़ा था, अब दोबारा उनके साथ जाने की बात कहां से आ गई? हम क्या उनसे समझौता करेंगे जो जेल में बंद हैं। मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक के बारे में उन्होंने कहा कि यह समय-समय पर होने वाली रूटीन बैठक थी।