बोधगया सीरियल बम ब्लास्ट मामले में फैसला आ गया है। NIA कोर्ट ने सभी आरोपियों को दोषी ठहराया है। समाचार एजेंसी एएनआई से मिली जानकारी के मुताबिक, अदालत ने सभी पांच आरोपियों को दोषी करार दिया गया है। साथ ही कहा कि इस मामले की अगली सुनवाई अब 31 मई को होगी। इस धमाके में एक तिब्बती बौद्ध भिक्षु और म्यांमार के तीर्थ यात्री घायल हो गए थे।
विशेष लोक अभियोजक के अनुसार हैदर अली ने इस घटना को अंजाम देने का षड्यंत्र रचा था जिसमें उमेर और अजहर शामिल था। हैदर अली प्रतिबंधित सिमी का सक्रिय सदस्य था। वह रांची में रहकर संगठन का कार्य देखता था। हैदर अली और उमेर ने ही बोधगया बम ब्लास्ट का ताना-बाना बुना। उसके अलावा अन्य चार अभियुक्त भी इस षड्यंत्र में शामिल हो गए।
गौरतलब है की बोधगया में महाबोधि मंदिर और उसके आसपास सीरियल ब्लास्ट 7 जुलाई, 2013 को सुबह छह बजे हुए थे। इन घटनाओं में दो भिक्षु घायल हो गए थे।