नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव की तारीखों की आधिकारिक घोषणा से एक दिन पहले पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है।
तृणमूल कांग्रेस के बागी नेता और पश्चिम बंगाल के बैरकपुर से मौजूदा लोकसभा सांसद अर्जुन सिंह के साथ-साथ तमलुक से लोकसभा सांसद दिब्येंदु अधिकारी ने शुक्रवार को भाजपा का दामन थाम लिया।
भाजपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम और पश्चिम बंगाल भाजपा के सह प्रभारी एवं भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय और अन्य नेताओं की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस के दोनों बड़े नेताओं अर्जुन सिंह और दिब्येंदु अधिकारी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
दुष्यंत गौतम ने दोनों नेताओं का भाजपा में स्वागत करते हुए कहा कि आज जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से विकास कर रहा है और दुनिया भर में भारत की साख बढ़ रही है, उसी तरह से देश में भाजपा का भी विस्तार हो रहा है। राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक विपक्षी राजनीतिक दलों के नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। ममता बनर्जी के राज में पश्चिम बंगाल की जो हालत है, वह सबको पता है।
भाजपा में शामिल होने के बाद अर्जुन सिंह ने ममता सरकार पर बड़े पैमाने पर विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि अपने कार्यकर्ताओं को बचाने के लिए उन्होंने थोड़े समय के लिए भाजपा से दूरी बना ली थी, लेकिन संदेशखाली की घटना सामने आने के बाद उन्होंने फिर से भाजपा से संपर्क किया।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कई संदेशखाली हैं, जहां पर महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही पश्चिम बंगाल का उद्धार होगा और राज्य में ममता सरकार का अंत भी होगा। उन्होंने यह भी कहा कि देश में सीएए लागू होने से पश्चिम बंगाल के लोग बहुत खुश हैं।
उन्होंने सनसनीखेज दावा किया कि संदेशखाली मामले के सरगना शाहजहां शेख के पास स्थानीय टीएमसी विधायक पार्थ भौमिक के सक्रिय संरक्षण में नैहाटी में बड़े पैमाने पर जमीन और अन्य संपत्तियां हैं। सिंह ने फरवरी में ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के बाद पार्थ भौमिक की संदेशखाली यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, 'टीएमसी के शीर्ष नेतृत्व ने स्थानीय विधायक के बजाय पार्थ भौमिक को शाहजहां और उसके साथियों का बचाव करने के लिए संदेशखाली क्यों भेजा? ऐसा इसलिए क्योंकि उसके शेख के साथ करीबी संपर्क थे और ईडी की छापेमारी के मद्देनजर उसे शेख से जोड़ने वाले सबूत सुरक्षित करने की जरूरत थी। सिर्फ शेख ही नहीं, बल्कि उनके सहयोगी शिबा प्रसाद हाजरा और उत्तम सरदार ने भी नैहाटी में कई बीघा जमीन और अन्य संपत्तियां खरीदी हैं।
ज्ञातव्य है कि TMC ने रविवार को अपने उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की, जिसमें बैरकपुर लोकसभा सीट से राज्य मंत्री पार्थ भौमिक को पार्टी उम्मीदवार बनाया गया है। सिंह 2022 में टीएमसी में शामिल हुए थे, जबकि उनकी संसद सदस्यता बरकरार रही थी। साल 2019 में अर्जुन सिंह टीएमसी से भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्होंने बैरकपुर में टीएमसी के तत्कालीन उम्मीदवार दिनेश त्रिवेदी को हराया था। 3 साल बाद टीएमसी में लौटते हुए उन्होंने भाजपा से जुड़ने को एक गलत कदम करार दिया था।