2-3 दिन में मिल सकती है सौरव गांगुली को अस्पताल से छुट्टी, शाह-ममता ने जाना हाल

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (48) को शनिवार को सीने में दर्द उठने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में एडमिट कराया था। सौरव गांगुली की एंजियोप्लास्टी की गई है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के फैंस के लिए अच्छी खबर है कि उनकी हालत अब ठीक है और दो से तीन दिन में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। हमेशा फिट दिखने वाला 'दादा' जब अस्पताल में भर्ती हुए तो उनके लिए दुआओं का दौर शुरू हो गया। खेल ही नहीं राजनीति के भी दिग्गजों ने सौरव गांगुली का हाल जाना।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उन्हें देखने के लिए अस्पताल पहुंचीं। पूर्व क्रिकेटर से मुलाकात के बाद ममता ने बताया कि वह अच्छा कर रहे हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने भी गांगुली का हाल जाना। उन्होंने गांगुली के तेजी से स्वस्थ होने की कामना की।

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सौरव गांगुली की तबीयत की जानकारी ली। उन्होंने सौरव गांगुली की पत्नी डोना गांगुली को फोन कर दादा की तबीयत के बारे में पूछा।

राजनीति में आने की अटकलें

बता दें कि सौरव गांगुली ने हाल ही में राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की थी। इसके बाद सौरव गांगुली की राजनीति में आने की अटकलें लगने लगी थीं। दादा को इसपर सफाई भी देनी पड़ी। सौरव गांगुली ने कहा कि अगर राज्यपाल आपसे मिलना चाहते हैं तो आपको मिलना होता है। बता दें कि सौरव गांगुली को लेकर लंबे वक्त से कयास लगाया जा रहा है कि वो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, सौरव की ओर से हर बार इस सवाल को टाला गया है।

पश्चिम बंगाल में आने वाले महीनों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। सौरव गांगुली को बंगाल की शान कहा जाता है। ऐसे में चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियों में गांगुली का कद और भी बढ़ जाता है। सौरव गांगुली भले ही किसी भी पार्टी में ना शामिल हों, लेकिन बीजेपी और टीएमसी जैसे दल उनसे अपनी करीबी दिखाकर लोगों का वोट हासिल करने का मौका नहीं छोड़ना चाहते।