फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अक्सर देश और समाज के बुनियादी सवालों पर अपनी राय रखते आए हैं। लेकिन भीड़ की हिंसा पर हाल ही में दिया गया उनका बयान, बड़े विवाद की वजह बन गया है। नसीरूद्दीन शाह ने कहा कि मुझे इन हालातों से डर लगता है कि कहीं मेरे बच्चों को भीड़ ने घेर लिया और उनसे पूछा जाए कि तुम हिंदू हो या मुसलमान? तब क्या होगा। समाज आज जहर से घिर गया है। अब इसे रोक पाना मुश्किल होगा। इस जिन्न को वापस बोतल में बंद करना मुश्किल होगा। जो कानून को अपने हाथों में ले रहे हैं, उन्हें खुली छूट दे दे गई है। कई क्षेत्रों में हम यह देख रहे हैं कि एक गाय की मौत एक पुलिस अधिकारी की हत्या से ज्यादा अहम है। फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह द्वारा देश के माहौल और डर को लेकर दिए गए बयान पर अब तमाम लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। अब इस कड़ी में बाबा रामदेव का बयान भी सामने आया है। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि भारत को बदनाम करना अशोभनीय है।
मीडिया से बात करते हुए बाबा रामदेव ने कहा, 'नसीरुद्दीन शाह जैसे लोग जो इस देश से शोहरत पाते हैं, सेलब्रेटी बन जाते हैं, करोड़ों-अरबों की दौलत पा जाते हैं और उसके बाद जिस तरह से देश को कोस रहे हैं, पूरे देश को कटघरे में खड़ा करते हैं तथा पूरी दुनिया में भारत की बदनामी करते हैं यह देश के साथ धोखा और गद्दारी है।'
रामदेव यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा, 'जितनी आजादी और सहिष्णुता भारत में है उतनी दुनिया के किसी मुल्क में नहीं है। इसके बावजूद भी एक दो घटनाओं को लेकर पूरे देश को बदनाम करना अशोभनीय है। पाकिस्तान के लेकर दुनिया के जो दूसरे देश हैं वो हम पर हसते हैं और रेफरेंस के तौर पर नसीरुद्दीन जैसे लोगों के बयान को खोजते हैं।'