धर्म सभा से पहले किले में तब्दील हुई रामनगरी, शिवसैनिकों से भरी 2 ट्रेनें पहुंचीं अयोध्‍या, दोपहर 2 बजे पहुंचेंगे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे

उत्‍तर प्रदेश की राम नगरी अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आज (24 नवंबर) राम नगरी अयोध्‍या पहुंच रहे हैं। मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने रविवार को 'धर्मसभा' का आयोजन किया है। जबकि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 'आर्शीवाद उत्सव' के लिए आज अयोध्या पहुंच रहे हैं। जहां वह 3 बजे साधु संतों से मिलेंगे। साथ ही 6 बजे सरयू घाट पर आरती में शामिल होंगे। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्‍नी और बेटे आदित्य ठाकरे भी साथ रहेंगे। 25 नवंबर को वह सुबह 9 बजे राम जन्मभूमि में रामलला के दर्शन करेंगे। शिवसेना के इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दो ट्रेनों में शिवसैनिक अयोध्‍या पहुंच चुके हैं। पहली ट्रेन कल पहुंची थी और दूसरी ट्रेन शनिवार सुबह करीब 07:15 बजे अयोध्‍या पहुंची है।

वीएचपी ने उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से ट्रेनों, बसों, ट्रैक्टर ट्रॉलियों और टैक्सियों के जरिए लोगों को 'धर्मसभा' के लिए बुलाना शुरू कर दिया है। कानून व्‍यवस्‍था को बनाए रखने के लिए रेलवे स्‍टेशन पर बड़ी संख्‍या में पुलिस बल तैनात हैं। अयोध्‍या में धारा 144 लगाई जा चुकी है। आज अयोध्‍या में स्‍कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। शहर की करीब 50 स्‍कूलों में सुरक्षाबलों के कैंप लगाए गए हैं।

उद्धव ठाकरे का यह है प्लान

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 24 नवंबर को दोपहर 2 बजे अयोध्या हवाई पट्टी पहुंचेंगे। 3 बजे वे लक्ष्मण किला जाएंगे, जिसके बाद वे श्री विद्वत संत पूजन एवं आशीर्वादोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे। शाम 5:15 बजे नया घाट पर सरयू आरती में वे शामिल होंगे। 25 नवंबर को वे सुबह 9 बजे राम जन्मभूमि में रामलला के दर्शन करेंगे। दोपहर 12 बजे अयोध्या में ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। उसके बाद दोपहर 1 बजे वे जनसंवाद करेंगे। 3 बजे वे वापस हवाई पट्टी के लिए रवाना होंगे, जहां से वे मुंबई के लिए निकल जाएंगे।

रविवार को विहिप का कार्यक्रम

इसके अलावा रविवार को अयोध्‍या में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की तरफ धर्मसभा का आयोजन किया गया है। शिवसेना प्रमुख के कार्यक्रम को देखते हुए अयोध्‍या की चाकचौबंद कर दी गई है। शनिवार को अयोध्‍या के सभी स्‍कूल-कॉलेज भी बंद रखे गए हैं। साथ ही बड़ी संख्‍या में सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है।

बड़ी संंख्‍या में सुरक्षा बल तैनात


शनिवार को शिवसेना का अयोध्‍या में कार्यक्रम है, जिसमें पार्टी के प्रमुख उद्धव ठाकरे पहुंच रहे हैं। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हजारों शिवसैनिक ट्रेन और अन्य साधनों से अयोध्या पहुंचने लगे हैं। अयोध्या में किसी तरह का बवाल न हो इसके लिए सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। शहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी ADGP स्तर के पुलिस अधिकारी को सौंपी गई है। इसके अलावा 3 SSP, 10 ASP, 21 DSP, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, PAC की 42 कंपनी, RAF की 5 कंपनी, ATS कमांडो को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। ड्रोन कैमरे की मदद से हर जगह की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

अखिलेश यादव की अयोध्‍या में सेना भेजने की अपील

राम मंदिर के निर्माण को लेकर विश्‍व हिंदू परिषद(विहिप) और शिवसेना के मुहिम तेज करने के बीच उत्‍तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट से अयोध्‍या में सेना भेजने की अपील की है। उन्‍होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट मामले पर कार्रवाई करे और हालात काबू में करने के लिए सेना बुलाए। अखिलेश ने कहा, 'बीजेपी न तो सुप्रीम कोर्ट और न संविधान में विश्‍वास रखती है। बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है। यूपी में जैसा माहौल है, विशेष रूप से अयोध्‍या में उस पर सुप्रीम कोर्ट नजर रखे और जरूरत पड़ने पर सेना बुलाए।'

'भगवान राम' का मंदिर इंसान खुद बना लेगा


अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद द्वारा 25 नवंबर को धर्म सभा के आयोजन से पहले बलिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि 'भगवान राम' का मंदिर इंसान खुद बना लेगा। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर उस दिन 1992 का इतिहास दोहराया जाएगा। जिस तरह 1992 में संविधान को ताक पर रखकर बाबरी मस्जिद ढहायी गयी थी, आवश्यकता पड़ी तो संविधान को ताक पर रखकर राम मंदिर बनाया जाएगा।

भय का माहौल बिल्कुल भी नहीं : प्रशासन

अयोध्या के कलेक्टर अनिल कुमार ने कहा कि हम स्थानीय लोगों से लगातार संपर्क में हैं। भय का माहौल बिल्कुल भी नहीं है। शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद का कार्यक्रम प्रशासन की अनुमति के बाद आयोजित किया गया है। प्रशासन की शर्तों पर सभी कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, इसलिए डरने जैसी कोई बात नहीं है। सुरक्षा के मद्देनजर शुक्रवार को तीन और IPS अधिकारी को अयोध्या में तैनात किया गया है। जोन के सभी अधिकारी 24 घंटे कैंप लगाकर और घूम-घूम कर निगरानी करेंगे।

लोगों ने रोजमर्रा का सामान एकत्र किया

चारों तरफ कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। हालांकि, कहा जा रहा है कि मुस्लिम समुदाय में खौफ का माहौल है। कुछ लोगों ने शुक्रवार को ही घर के सभी जरूरी सामानों का स्टॉक कर लिया है। उन्होंने राशन, फल, सब्जी और दवाओं का स्टॉक कर लिया है। हर कोई अपने-अपने घरों में सुरक्षित हो चुके हैं। कई लोगों को इस बात का डर है कि कहीं 6 दिसंबर 1992 की घटना फिर से न घटित हो जाए।

इस बीच विहिप और शिवसेना की बढ़ती हुई गतिविधियों को देखते हुए राम मंदिर मामले में एक पक्षकार इकबाल अंसारी ने प्रशासन से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने अयोध्या के एसपी सिटी को फोन कर 24 और 25 नवंबर के लिए सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।