11 दिसंबर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लेंगे राम मंदिर पर फैसला!

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की बढ़ती मांग के बीच निर्मोही अखाड़ा के रामजी दास ने कहा कि मंदिर निर्माण की तिथि अगले वर्ष की शुरूआत में प्रयागराज कुंभ के दौरान घोषित की जाएगी। मंत्रोच्चार के बीच भक्तमाल की बगिया में धर्मसभा को संबोधित करते हुए रामजी दास ने कहा कि राम मंदिर निर्माण की तिथि की घोषणा 2019 के कुंभ के दौरान प्रयागराज में होगी। वही इसी बीच अयोध्‍या में आयोजित विश्‍व हिंदू परिषद की धर्म सभा में शामिल होने आए एक धार्मिक नेता स्‍वामी रामभद्राचार्य का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रियों द्वारा 11 दिसंबर के बाद फैसला लिया जायेगा। उन्होंने कहा एक वरिष्‍ठ केंद्रीय मंत्री ने आश्‍वासन दिया है, जिनसे शुक्रवार को उनकी मुलाकात हुई थी। हालांकि उन्‍होंने मंत्री का नाम नहीं बताया।

मंत्री के हवाले से उन्‍होंने बताया, 'मुझे आशा है मंदिर के निर्माण के लिए एक कानून आएगा। सरकार हमारी भावनाओं का आदर करेगी, यह सरकार के वरिष्‍ठतम मंत्री ने मुझसे कहा है। उन्‍होंने मुझसे धैर्य रखने को कहा है।'

चित्रकूट के स्‍वामी रामभद्राचार्य ने यह भी कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत की तरफ से उन्‍होंने आश्‍वासन दिया गया है कि कार्रवाई होगी। अपने संबोधन में स्‍वामी रामभद्राचार्य ने कहा, 'उन्‍होंने मुझे आशवसन दिया है कि संसद में मंदिर निर्माण के लिए कानून लाने के लिए सरकार पर दबाव बनाया जाएगा। हम चाहते हैं सभी सांसद एकजुट हों।' विश्‍व हिंदू परिषद के इस कार्यक्रम में करीब 50000 लोगों ने शिरकत की। इससे पहले अयोध्‍या में वीएचपी की धर्म सभा मंदिर बनाने की मांग के साथ खत्‍म हुई। लेकिन वीएचपी उद्धव ठाकरे की तरह सरकार पर ना तो आक्रामक थी और ना ही उसने उद्धव की तरह सरकार से मंदिर बनाने की तारीख पूछी। वीएचपी ने मंदिर को लेकर अपनी कोई रणनीति भी नहीं घोषित की।

राम जन्‍मभूमि न्‍यास के अध्‍यक्ष नृत्‍य गोपाल दास ने पीएम मोदी से जल्‍दी मंदिर बनवाने की मांग की। उन्‍होंने कहा कि, 'मोदी जी चाहिए कि जनभावनाओं को देखते हुए जल्‍द से जल्‍द श्री राम जन्‍मभूमि पर मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्‍त किया जाय।' संतों ने जनता को ये भी बताया कि कुछ लोग बरगला रहे हैं कि अच्‍छे दिन नहीं आए, लेकिन असलियत ये है कि अच्‍छे दिन आ गए हैं। स्‍वामी हंसदेवाचार्य ने कहा, 'मैं कह सकता हूं दावे के साथ कि अच्‍छे दिन आए हैं। एक बात जान लो कि केंद्र में अगर कोई और सरकार होती और प्रांत में कोई और सरकार होती तो हम सब यहां होते? आप यहां होते? हम सब जेल में होते।'

आरएसएस के पदाधिकारयों ने भी जल्‍दी मंदिर बनाने का वादा किया। सह कार्यवाहक कृष्‍ण गोपाल ने कहा, 'मंदिर के निर्माण होने तक न चैन से बैठेंगे न चैन से बैठने देंगेे।

राम मंदिर के पक्ष में उतरी मुस्लिम महिलाएं, कहा - 'कसम खुदा की खाते हैं मंदिर वही बनवाएंगे'

राम भक्तों के विशाल समागम का आयोजन मंदिर निर्माण के बारे में चर्चा के लिए किया गया। वही दूसरी तरफ रविवार को मेरठ में आयोजित एक बैठक में शामिल मुस्लिम महिलाओं ने अयोध्या के मौजूदा हालात पर विचार-विमर्श किया। बैठक के दौरान शाहीन ने कहा कि यह देश हमारा है, हम देश के मसलों को एकजुट होकर निपटाएंगे। इस मौके पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने आह्वान करते हुए कहा कि कसम खुदा की खाते हैं मंदिर वही बनवाएंगे। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि के लिए हमारा फर्ज बनता है कि हम अपने हिंदू भाई-बहनों को खुशी से राम मंदिर निर्माण के लिए सहमति दें। यह बैठक मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की सह संयोजक शाहीन परवेज के आवास पर हुई।

इस मामले में राष्ट्रीय एकता मिशन की कार्यकारिणी सदस्य सुबुही खान ने कहा श्रीराम मंदिर हमारी सनातन संस्कृति का प्रतीक है। हम लोग तन-मन-धन के साथ अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में सहयोग करेंगे। महिलाओं ने कहा राम मंदिर को लेकर मुस्लिम पुरुषों का रुख साफ नहीं है।