नई दिल्ली। वर्ष 2023 के अन्त में देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन चुनावों को लेकर चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। लेकिन जो तारीखें दी गई हैं उन पर राज्यों में विरोध का स्वर मुखर हो गया है। कुछ दिन पहले राजस्थान विधानसभा चुनाव की तारीखों में बदलाव की मांग उठी थी। राजस्थान में 23 नवम्बर को मतदान की तारीख दी गई थी, इसका विरोध हुआ क्योंक उन दिन देवउठनी एकादशी है जिसके चलते राजस्थान में अबूझ सावे के कारण 45 हजार से ज्यादा शादियाँ हैं। इस तारीख के विरोध के बाद चुनाव आयोग ने राजस्थान में मतदान की तारीख 25 नवम्बर कर दी।
राजस्थान के बाद अब मिजोरम से भी इस तरह की मांग उठी है। लेकिन यह मांग मतदान की जगह मतगणना की तारीख में बदलाव की है। बता दें कि मिजोरम एक ईसाई बहुल राज्य है और इस धर्म में रविवार का विशेष महत्त्व होता है। इस मांग पर भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और सत्ताधारी मिज़ो नेशनल फ्रंट सहित सभी राजनीतिक पार्टियां एकमत हैं। सभी का कहना है कि 3 दिसंबर को जिस दिन मतगणना तय है, उस दिन रविवार है और रविवार ईसाइयों का पवित्र दिन है, इसलिए मतगणना की तारीख बदली जानी चाहिए।
चुनाव आयोग को लिखा पत्रमतगणना की तारीख में बदलाव के लिए राज्य के सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग को पत्र भी लिखा है। जिसमें कहा गया है कि मिजो लोग रविवार के दिन पूरी तरह से पूजा में समर्पित रहते हैं इसलिए मिजोरम में रविवार को कोई भी ऑफिसियल फंक्शन नहीं रखा जाता है।
7 नवंबर को होना है मतदानचुनाव आयोग ने बीते सप्ताह 40 सदस्यीय विधानसभा वाली मिजोरम 7 नवंबर को मतदान कराने की घोषणा की थी। इस राज्य में वोटिंग एक चरण में होगी। इसी दौरान चुनाव आयोग ने बताया था कि पांच राज्यों के लिए मतगणना 3 दिसंबर को तय की गई है। लेकिन अब मतगणना की तारीख में बदलाव की लेकर चुनाव आयोग को पत्र लिखा गया है।
राजस्थान में हुआ था चुनाव की तारीखों में बदलावबता दें कि मिजोरम ने मतगणना की तारीखों में हुए बदलाव की मांग से पहले चुनाव आयोग राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख बदल चुका है। आयोग ने पहले इस राज्य में 23 नवंबर को एक चरण में चुनाव होना तय किया था। लेकिन अब इसे बदलकर 25 नवंबर कर दिया गया है।