जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद देशभर में गुस्सा है और एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग जोर पकड़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना के बाद सेना को पूरी छूट दे दी है, ताकि वे अपनी रणनीति के अनुसार आतंकियों को टारगेट कर सकें।
इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पाकिस्तान की सेना ने इंटरनेशनल बॉर्डर (अंतरराष्ट्रीय सीमा) पर कई चौकियों को खाली कर दिया है और वहां से अपने झंडे भी हटा लिए हैं। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि पाकिस्तान सतर्क स्थिति में है।
वहीं हैदराबाद से सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को अपना समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान के खिलाफ कोई कदम उठाया जा रहा है, तो वह निर्णायक और असरदार होना चाहिए।
‘घर में घुस कर बैठ जाओ’ – ओवैसी
ओवैसी ने कहा, “बीजेपी अक्सर कहती है कि 'घर में घुस कर मारेंगे' — अगर वाकई में इस बार कोई कार्रवाई हो रही है, तो सरकार को ‘घर में घुसकर बैठ जाना’ चाहिए। संसद में पहले ही यह प्रस्ताव पारित हो चुका है कि गुलाम कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। अगर सरकार इस बात को मानती है, तो इसे जमीन पर भी दिखाना चाहिए।”