पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट, आरोप - कर्मचारियों का PF जमा नहीं किया, 23 लाख रुपए की धोखाधड़ी

नई दिल्ली। प्रोविडेंट फंड (पीएफ) धोखाधड़ी के आरोपों को लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। पीएफ क्षेत्रीय आयुक्त शदाक्षरी गोपाल रेड्डी द्वारा जारी वारंट में पुलकेशिनगर पुलिस को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

सेंचुरीज़ लाइफस्टाइल ब्रांड प्राइवेट लिमिटेड नामक एक निजी फर्म का प्रबंधन करने वाले उथप्पा पर कर्मचारियों के वेतन से पीएफ अंशदान काटने लेकिन राशि जमा करने में विफल रहने का आरोप है, जिसके कारण 23 लाख रुपये की कथित धोखाधड़ी हुई।

4 दिसंबर को लिखे पत्र में कमिश्नर रेड्डी ने पुलिस को वारंट को निष्पादित करने का निर्देश दिया। हालांकि, वारंट को पीएफ कार्यालय को वापस कर दिया गया क्योंकि कथित तौर पर उथप्पा अब अपने पिछले पते पर नहीं रह रहे हैं। अधिकारियों ने कहा, 4 दिसंबर को जारी वारंट को वापस कर दिया गया है क्योंकि श्री उथप्पा पुलकेशीनगर निवास पर नहीं पाए गए।

पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज और उनका परिवार कथित तौर पर दुबई में रह रहा है। वारंट में कहा गया है कि बकाया राशि का भुगतान न करने के कारण पीएफ कार्यालय प्रभावित कर्मचारियों के खातों का निपटान नहीं कर पाया है। इसने पुलिस को रॉबिन उथप्पा को गिरफ्तार करने और 27 दिसंबर तक वारंट वापस करने का निर्देश दिया। 59 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले उथप्पा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के एक प्रमुख खिलाड़ी थे। अपने क्रिकेट करियर के दौरान, उन्होंने 54 वनडे पारियों में 1,183 रन बनाए, जिसमें सात अर्धशतक शामिल हैं।

आईपीएल में उथप्पा ने कोलकाता नाइट राइडर्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और मुंबई इंडियंस जैसी टीमों के लिए खेला। वह 2014 में केकेआर की विजेता टीम का हिस्सा थे और अपनी आक्रामक बल्लेबाजी शैली के लिए जाने जाते थे। अधिकारी अब उथप्पा के ठिकाने का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं ताकि जांच आगे बढ़ाई जा सके और कानूनी अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।