पाकिस्तान : कोरोना से मरने वालों के लिए करांची में 5 कब्रिस्तान रिजर्व

पाकिस्तान में कोरोना वायरस (Coronavirus) के अब तक 1625 केस सामने आए हैं और इनमें से 18 लोगों की मौत हो गई है। कोरोना वायरस से संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सिंध प्रांत से आए हैं। वहीं, पाकिस्तान में बढ़ते मामलों को देखते हुए देश के सबसे बड़े शहर व सिंध प्रांत की राजधानी कराची में शहर प्रशासन ने पांच कब्रिस्तानों को रिजर्व किया है। अब इन कब्रिस्तानों में इस बीमारी से मरने वालों को ही दफन किया जाएगा। सिंध और विशेष रूप से कराची, पाकिस्तान में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित स्थानों में शामिल हैं। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि कराची के मेयर वसीम अख्तर की अध्यक्षता में नगर प्रशासन की बैठक में तय किया गया कि कोरोना वायरस से मरने वालों को शहर की पांच नामित कब्रिस्तानों में ही दफन किया जाए। बैठक में शहर के अलग-अलग इलाकों में स्थित इन कब्रिस्तानों के नाम तय किए गए। गौरतलब है कि कोरोना वायरस से मरने वालों का अंतिम संस्कार या दफनाना भी एक चुनौती बना हुआ है। संक्रमण की आशंका के कारण इस मामले में सभी जगहों पर विशेष एहतियात बरती जा रही है।

किसी मुस्लिम के मरने पर उसकी जनाजे की नमाज सामूहिक रूप से पढ़ी जाती है लेकिन महामारी के कारण नमाजे जनाजा को आम दिनों की तरह सामूहिक रूप से नहीं पढ़कर चंद लोगों द्वारा ही एकांत में पढ़ा जा रहा है। बता दे, बीते 24 घंटे में पाकिस्तान में इस बीमारी की चपेट में आकर जो पांच लोग मरे हैं, उनमें से दो की मौत कराची में हुई है। इसके अलावा बीते 24 घंटे में कराची में इस बीमारी के पांच और मामले सामने आए हैं।

इस तरह कोरोना से लड़ेगा पाकिस्तान

कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी योजना तैयार कर ली है। इमरान खान को विश्वास है कि उनका देश 'विश्वास और देश की युवा पीढ़ी' के दम पर इस वायरस पर विजय पा लेगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का हवाला देते हुए इमरान ने कहा कि यह वायरस अमीर और गरीब के बीच फर्क नहीं करता। इमरान ने कहा कि उनका देश दो चीजों से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जीतेगा और वे दो चीजें-विश्वास और देश की युवा पीढ़ी है। इमरान खान ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए 'कोरोना टाइगर्स रिलीफ फंड' की घोषणा की है।