कोटा : क्या इस मौत का जिम्मेदार भी कोरोना! खाली होने के बाद भी मरीज को नहीं दिया वेंटिलेटर

कोरोना महामारी अपना कहर ढा रही हैं और लोगों की जान ले रही हैं। वेंटिलेटर पर होने के बाद भी लोग दम तोड़ रहे है। ऐसे में कोरोना पर दोष डालना बनता है। लेकिन उस मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा जो सिस्टम की विफलता और डॉक्टर्स की लापरवाही से हो रही हैं। इसके एक मामला सामने आया कोटा के MBS अस्पताल में जहां आइसोलेशन वार्ड में 1 महीने से महिला इलाज करवा रही थी और उसे वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी। लेकिन अस्पताल में ICU व वेंटिलेटर खाली होने के बावजूद भी महिला मरीज को वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं कराया गया। डॉक्टर यह कहते सुनाई दिए कि आपकी किसी नेता से जान पहचान है तो आप उनका फोन करवा दो, आपका काम हो जाएगा। महिला मरीज के परिजन घंटेभर तक डॉक्टर के सामने गिड़गिड़ाते रहे और इस बीच महिला में दम तोड़ दिया। परिजनों ने मरीज पर ध्यान नही देने का आरोप लगाए।

मृतका के साथ अस्पताल में मौजूद चंदन ने बताया कि उसकी नानी बीना देवी (60) की 19 अप्रैल को तबियत खराब हुई थी। जांच में पॉजिटिव होने पर MBS के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया था। उन्हें ऑक्सीजन पर रखा था। बुधवार को तड़के नानी की तबियत बिगड़ी। वार्ड में मौजूद डॉक्टर ने वेंटिलेटर पर शिफ्ट करने को कहा, लेकिन अस्पताल में ICU व वेंटिलेटर खाली नहीं होने की बात कही। डॉक्टर ने साफ मना कर दिया कि हमारे पास वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं है। आप इनको ले जा सकते हैं। चंदन ने बताया जब उन्होंने आईसीयू में जाकर देखा तो वहां एक वेंटिलेटर खाली था। बाकायदा उसका फोटो खींचकर डॉक्टर को दिखाया। मरीज को खाली पड़े वेंटिलेटर पर शिफ्ट करने के लिए 1 घंटे तक डॉक्टर से गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन सुनवाई नही हुई। आखिरकार बुधवार को मरीज ने दम तोड़ दिया।