उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री और अपने बेटे अखिलेश यादव के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वह उनके बेटे जरूर हैं, लेकिन वह जो भी निर्णय ले रहे हैं उससे वह सहमत नहीं हैं।
लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुलायम ने यह बात कही। मुलायम ने हालांकि यह साफ किया कि वह फिलहाल कोई नई पार्टी नहीं बना रहे हैं, लेकिन वह अखिलेश के किसी भी निर्णय से सहमत नहीं हैं।
मुलायम सिंह यादव ने कहा, "अखिलेश ने भरोसा तोड़ा है। जो अपनी बात का पक्का नहीं है वो जीवन में सफल नहीं हो सकता। जो वादा करके निभाता नहीं है, उसका क्या भरोसा करना। जो अपने बाप का नहीं हुआ वह किसी और का क्या होगा।"
कन्नौज से सांसद डिंपल यादव के अगला लोकसभा चुनाव न लड़ने के अखिलेश के बयान पर मुलायम ने कहा कि वह चुनाव लड़ें या ना लड़ें यह उनका निजी मामला है। इस पर वह कुछ नहीं कह सकते।
मुलायम ने किसी भी नई पार्टी के ऐलान की बात से इनकार कर दिया लेकिन उन्होंने कहा कि वह जल्द ही सब कुछ सामने लाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं अखिलेश के किसी भी फैसले से सहमत नहीं हूं। उन्होंने कहा कि अखिलेश बेटा है, उसे आशीर्वाद देता रहूंगा। अखिलेश से पूछना चाहिए कि आखिर आस्तीन का सांप कौन है।
मुलायम ने कहा कि 5 अक्टूबर को होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन में वह शरीक नहीं होंगे।