AAP में सबकुछ सही नहीं, विधायकों के व्हाट्सएप ग्रुप से हटाई गईं अलका लांबा, केजरीवाल पर यूं निकाला गुस्सा

लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद आम आदमी पार्टी (आप) में एक बार फिर सबकुछ सही नहीं चल रहा है। दरअसल, चांदनी चौकी से आप विधायक अलका लांबा ने शनिवार को आरोप लगाया है कि उन्हें पार्टी के व्हाट्सऐप ग्रुप से बाहर कर दिया गया है। इस ग्रुप में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के अलावा सीएम अरविंद केजरीवाल भी हैं।

अलका ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। व्हाट्सएप ग्रुप का स्क्रीनशॉट ट्विटर पर साझा करते हुए उन्होंने लिखा, 'गुस्सा मुझ पर कुछ यूं निकाला जा रहा है, अकेली मैं ही क्यों? मैं तो पहले दिन से ही यही सब कह रही थी जो आज हार के बाद आप (केजरीवाल) कह रहे हैं, कभी ग्रुप में जोड़ते हो, कभी निकालते हो, बेहतर होता इससे ऊपर उठकर कुछ सोचते, बुलाते, बात करते, गलतियों और कमियों पर चर्चा करते, सुधार कर के आगे बढ़ते।' इस स्क्रीनशॉट में साफ दिख रहा है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली से आप उम्मीदवार रहे दिलीप पांडे ने अलका लांबा को ग्रुप से हटाया है। हालांकि, दिलीप पांडे ने इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया है। सीएम केजरीवाल पर भड़कते हुए अलका लांबा ने कहा कि उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए जो बंद कमरे में तमाम फैसले लेते हैं।

नवीन पटनायक को दी थी अलका ने बधाई

अलका ने नवीन पटनायक को बधाई देते हुए कहा था, '5 वां कार्यकाल। नवीन जी को बधाई। मैं पार्टी में हमेशा नवीन जी का उदाहरण देती रही, मात्र एक राज्य पर पूरी तरह फोकस कर अपनी पकड़ को मजबूत करो, इधर उधर भागने से, महागठबंधन के चक्कर में पड़ने से कुछ नही होगा, नवीन जी की तरह शांति से अपना काम किए चलो, पर कोई सुने तब ना।'

इस ट्वीट पर उन्होंने कहा कि कुछ विधायक बता रहे हैं कि पार्टी के नेताओं को मेरा यह ट्वीट पसंद नही आया। खासकर अरविंद जी को... अब मैंने इसमें ऐसा क्या लिख दिया?

लांबा ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर केजरीवाल पर निशाना साधा। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, 'केजरीवाल जी, जब आप स्वयं मान रहे हैं की आप से बहुत बड़ी लगती हुई है, उन्हीं गलतियों की वजह से आज पार्टी की यह हालत हो गई है, तो बिना उन बड़ी गलती का जिक्र किए, बिना उन पर चर्चा किए, बिना उनमें सुधार किए कैसे कोई आगे बढ़ सकता है? बस जनता से एक बार फिर माफी मांगने से नही होगा।'

दूसरी बार ग्रुप से निकाली गईं हैं अलका लांबा

दरअसल, यह दूसरी बार है जब अलका लांबा को पार्टी के ग्रुप से हटाया गया है। इससे पहले उन्हें पिछले साल दिसंबर में ग्रुप से हटाया गया था जब उन्होंने भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को दिए गए भारत रत्न सम्मान को रद्द करने के पार्टी के प्रस्ताव पर आपत्ति जतायी थी। बाद में लोकसभा चुनाव प्रचार से पहले उन्हें ग्रुप में शामिल कर लिया गया था।