उदयपुर : कोरोना से बचने के लिए संक्रमण फैलाने का मामला, वैक्सीन की 200 डोज के लिए पहुंची 2000 की भीड़

कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन लगवाई जा रही हैं लेकिन कई ऐसे नज़ारे देखने को मिले रहे हैं जहां वैक्सीन लगवाने के नाम पर संक्रमण फैलाया जा रहा हैं। ऐसा ही एक नजारा देखने को मिला उदयपुर शहर के सूरजपोल इलाके में जहां 18 से 44 साल तक की आयु के 200 लोगों के वैक्सीन लगनी थी जबकि 2000 लोगों की भीड़ इकठ्ठा हो गई।उपमहापौर ने यहां बिना रजिस्ट्रेशन के टीका लगने की बात कहते हुए लोगों से कैंप में आने की अपील की थी। इस वैक्सीनेशन कैंप में सैकड़ों की संख्या में शहरवासी उमड़ पड़े। कोरोना से बचने के लिए आयोजित इस कैंप में शहरवासी कैंप में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आए। इसके बाद मौके पर पहुंची सूरजपोल थाना पुलिस ने मोर्चा संभाला।

आयोजकों ने बताया कि वैक्सीनेशन कैंप में 18 से 44 वर्ष तक की आयु के लोगों को बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन टीका लगाया जा रहा था। सोशल मीडिया के माध्यम से जैसे ही यह सूचना आम नागरिकों तक पहुंची। बड़ी संख्या में 18 से 44 वर्ष की आयु के लोग यहां पहुंच गए। इस वजह से अव्यवस्थाओं का आलम देखने को मिला जबकि वैक्सीनेशन सिर्फ 200 लोगों को होना था, जबकि यहां 2 हजार से अधिक लोग पहुंच गए थे।

सामाजिक कार्यकर्ता राजेश चौहान ने बताया कि उदयपुर नगर निगम के उपमहापौर पारस सिंघवी ने सोशल मीडिया पर वैक्सीनेशन कैंप में शहरवासियों से आने की अपील की थी। इसका खामियाजा हुआ और बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए। जहां कोरोना गाइडलाइन को धत्ता बताकर लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। ऐसे में इस लापरवाही के लिए उपमहापौर पारस सिंघवी समेत आयोजकों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। ताकि भविष्य में आम जनता की जान जोखिम में डालने से पहले कोई भी व्यक्ति हजार बार सोचे।