इस वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों में दलितों को लुभाने के लिए एक नई पॉलिटिक्स की शुरुआत हो गई है और वो है 'खिचड़ी पॉलिटिक्स'। रविवार को बीजेपी ने अपनी भीम महासंगम रैली में खिचड़ी भोज का आयोजन किया है। इस भोज में 5 हजार किलो खिचड़ी बनाई जाएगी। इसके लिए पार्टी ने दलितों के घर से चावल और जरूरी सामान एकत्र किया है। इस खिचड़ी भोज के जरिए भाजपा अपने दलित वोटरों को साधना चाहती है। भाजपा की योजना अपने उन दलित वोटरों को साधना है जो विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की तरफ शिफ्ट हो गए थे। यहीं कारण है कि भाजपा ने पूरे 14 जिलों में दलित परिवारों के घर-घर जाकर इस खिचड़ी सामाग्री को एकत्र किया है। इस रैली में केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत, रामलाल, दिल्ली भाजपा प्रभारी श्याम जाजू और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। इससे पहले खाद्य मंत्रालय ने द्वारा 2017 में दिल्ली के इंडिया गेट पर लगे फूड फेस्टिवल के दौरान 918 किलो खिचड़ी बनाई गई थी जिसे मशहूर शेफ संजीव कपूर ने तैयार किया था। खिचड़ी की खासियत
इस खिचड़ी की खासियत यह है कि यह एक ही बर्तन में पकेगी और समरसता रैली में आने वाले हजारों कार्यकर्ताओं के बीच बाटी जाएगी। खिचड़ी को बनाने के लिए नागपुर से ट्रक में लादकर एक सौ किलो से ज्यादा वजनी एक विशेष कड़ाही को दिल्ली लाया गया है जिसकी गहराई 6 फीट से ज्यादा है। इस खिचड़ी को नागपुर के शेफ विष्णु मनोहर तैयार कर रहे हैं जिनके नाम पर पहले तीन हजार किलो खिचड़ी बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है।