कोटा : कोरोना देने लगा राहत तो ब्लैक फंगस बनने लगा आफत, 90 तक पहुंच गई भर्ती मरीजों की संख्या

कोटा में गुरुवार को 33 नए मरीज आए। सैंपलिंग करीब दो हजार मरीजों की हुई थी, जिनमें से ये संक्रमित मिले हैं। वहीं, कोविड हॉस्पिटल में 4 मरीजों की मौत हो गई, जबकि सरकारी रिपोर्ट में 2 ही मौत बताई गई है। कोटा में 200 मरीज रिकवर हुए हैं, अब 924 एक्टिव केस बचे हैं। उधर, चिकित्सा विभाग की टीमों द्वारा किए जा रहे सर्वे में कोविड लक्षणों वाले रोगी रोज मिल रहे हैं। गुरुवार को विभाग की 1342 टीमों ने 56297 घरों का सर्वे किया। जिसमें 1790 आईएलआई एवं कोविड लक्षण वाले लोग मिले।

कोटा में आंकड़ों को देखे तो कोरोना तो राहत देने लगा हैं लेकिन ब्लैक फंगस बड़ी आफत बनता नजर आ रहा हैं। ईएनटी विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ. आरके जैन ने बताया कि दो वार्ड फुल होने के बाद नेत्र रोग विभाग का एक और वार्ड गुरुवार से शुरू किया है, यहां शाम तक 4 पेशेंट एडमिट हुए हैं। इनके अलावा आईसीयू, आइसोलेशन व न्यूरो इंटरवेंशन लैब में भी रोगी एडमिट हैं। डॉ. जैन ने बताया कि गुरुवार काे 5 ऑपरेशन किए हैं, जबकि 9 नए रोगी एडमिट हुए हैं। कुल भर्ती मरीजों की संख्या 90 तक पहुंच गई है। उधर, लाइपोसोमल एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन की सप्लाई अब तक नॉर्मल नहीं हुई है, गुरुवार को भी सिर्फ 90 इंजेक्शन मिले हैं।

राजस्थान में संक्रमण हुआ नियंत्रित, 45 दिन बाद 50 से कम मौत, 1,258 नए मामले

राजस्थान में कोरोना संक्रमण नियंत्रण में आने लगा हैं जहां पिछले तीन दिनों से कोरोना की संक्रमण दर 3 फीसदी से नीचे बनी हुई है। राज्य में बीते 24 घंटे में 1,258 नए केस मिले हैं, जबकि 44 लोगों की मौत हो गई। 45 दिन बाद ऐसा हुआ है, जब राज्य में कोरोना से 50 से भी कम लोगों की मौत हुई है। राज्य में एक्टिव केसों की संख्या कम होकर 27,408 पर आ गए। राजस्थान की रिकवरी रेट भी 96 फीसदी से ज्यादा हो गई। रिकवरी रेट के मामले में राजस्थान पूरे देश में केन्द्र शासित प्रदेशों को छोड़ दे तो 8वें स्थान पर आता है। राज्य में 10 ऐसे जिले हैं, जहां कोरोना के केस 10 से भी कम यानी सिंगल डिजीट में आए हैं।