जुलाई में कावेरी नदी से 30 टीएमसी पानी तमिलनाडु को छोड़ा गया: डीके शिवकुमार

बेंगलूरू। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और सिंचाई मंत्री डीके शिवकुमार ने सोमवार को कहा कि जुलाई महीने में अब तक कावेरी बेसिन जलाशयों से तमिलनाडु को 30 हजार मिलियन क्यूबिक फीट (टीएमसी) पानी छोड़ा गया है।

यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि अनुकूल मानसून की स्थिति के कारण ऊपरी तटवर्ती राज्य कावेरी जल नियामक प्राधिकरण (सीडब्ल्यूआरए) के निर्देशों का पालन करने में सक्षम हुआ है।

विधान सौधा और बाद में केआरएस बांध पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, हम पिछले कुछ दिनों से तमिलनाडु को हर दिन 51,000 क्यूसेक पानी छोड़ रहे हैं। हमने अब तक (जुलाई में) 30 टीएमसी पानी छोड़ा है और अगर हम 10 टीएमसी और छोड़ते हैं, तो यह सामान्य मानसून महीने में कोटे के अनुरूप होगा। मंत्री ने अधिकारियों को कावेरी बेसिन क्षेत्र के सभी 1,657 टैंकों को भरने का निर्देश भी दिया है।

शिवकुमार ने कहा, हमारी सरकार कृषक समुदाय के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। कावेरी जल प्रबंधन समिति (सीडब्ल्यूएमसी) ने हमें 11 जुलाई से 30 जुलाई तक 20 टीएमसी पानी छोड़ने के लिए कहा था, लेकिन हमने पानी नहीं छोड़ा क्योंकि किसानों के लिए पानी नहीं था। हमने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई और इस मुद्दे पर चर्चा की।

इस बीच, मंत्री ने 2 लाख हेक्टेयर में बीज बोने का लक्ष्य रखा है। हमने इस बुवाई के मौसम के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं, जिनमें 5.90 लाख क्विंटल बीज का वितरण, 27 लाख टन उर्वरक का भंडारण और सहकारी समितियों के माध्यम से लगभग 30 लाख किसानों को 25,000 करोड़ रुपये का ऋण वितरण शामिल है।

गंगा आरती की तरह कावेरी आरती

कर्नाटक सरकार वाराणसी में गंगा आरती की तर्ज पर कावेरी आरती शुरू करने की योजना बना रही है।

उन्होंने घोषणा की, देवी चामुंडेश्वरी के आशीर्वाद से हमें कावेरी को 'बागिना' चढ़ाने का अवसर मिला है। कावेरी आरती के लिए, हम विधायकों और अधिकारियों सहित कावेरी बेसिन क्षेत्र से 20 सदस्यीय समिति की मदद से योजना का अध्ययन करेंगे। हम कावेरी आरती के लिए सही स्थान की पहचान करेंगे। मुजराई विभाग, कावेरी नीरावरी निगम और अन्य विभाग इसमें शामिल होंगे।

वृंदावन मनोरंजन पार्क का नया स्वरूप

मंत्री शिवकुमार ने यह भी बताया कि सरकार कावेरी वृंदावन मनोरंजन पार्क को नया स्वरूप देने का प्रस्ताव रखेगी, जिससे स्थानीय लोगों के लिए 10,000 तक रोजगार सृजित होंगे।

उन्होंने बताया, हमने पिछले बजट में इस योजना को मंजूरी दी थी, लेकिन इसे लागू नहीं किया गया। हम मनोरंजन पार्क में ही लोगों के ठहरने की व्यवस्था करेंगे।

यह पूछे जाने पर कि वृंदावन उद्यान में पहले से काम कर रहे लोगों का क्या होगा, उन्होंने कहा कि विस्तृत योजना तैयार होने पर उन सभी चीजों पर काम किया जाएगा। शिवकुमार ने कहा, नए प्रोजेक्ट में स्थानीय लोगों के हितों की रक्षा की जाएगी। पार्क का डिजाइन बिल्कुल नया होगा। नए पार्क का नाम भी वही रहेगा, क्योंकि यह हमारा ब्रांड है।