राजस्थान : जयपुर में फैला जीका वायरस, 22 मरीज मिले, PMO ने मांगी रिपोर्ट

राजस्थान की राजधानी जयपुर में 22 लोग जीका वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इसकी पुष्टि होने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने इस विषाणु के प्रसार पर स्वास्थ्य मंत्रालय से व्यापक रिपोर्ट मांगी है। राजस्थान के जयपुर में इस विषाणु (वायरस) से संक्रमित हुए लोगों में एक व्यक्ति बिहार का निवासी है और वह हाल ही में सीवान जिले स्थित अपने घर गया था। मामला सामने आने के बाद बिहार सरकार ने अपने सभी 38 जिलों को दिशा-निर्देश जारी करके संक्रमित लोगों पर नजर रखने के आदेश दिए हैं। राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने भाजपा सरकार पर हमला किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जयपुर से पीएमओ ने जीका वायरस पर एक व्यापक रिपोर्ट मांगी है। पहला मामला सामने आने के बाद नियंत्रण उपायों के तहत राजस्थान सरकार की मदद के लिए सात सदस्यीय उच्चस्तरीय टीम जयपुर में मौजूद है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पीएमओ ने जयपुर में जीका विषाणु के प्रसार पर एक व्यापक रिपोर्ट मांगी है। नियंत्रण उपायों में राजस्थान सरकार की मदद के लिए सात सदस्यीय एक उच्च स्तरीय टीम जयपुर में है। साथ ही, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) में एक नियंत्रण कक्ष सक्रिय किया गया है ताकि हालात की नियमित निगरानी की जा सके। स्वास्थ्य मंत्रालय के स्तर पर हालात की समीक्षा की जा रही है।

मंत्रालय ने एक बयान में सोमवार को कहा कि आज की तारीख तक कुल 22 मामलों की पुष्टि हुई है। जयपुर के निर्धारित इलाके में सभी संदिग्ध मामलों को और इस इलाके के मच्छरों के नमूनों की जांच की जा रही है। मंत्रालय ने कहा, 'विषाणु शोध एवं रोग पहचान प्रयोगशालाओं को अतिरिक्त जांच किट मुहैया करवाई गई हैं। राज्य सरकार को जीका वायरस और इसकी निवारण रणनीतियों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए सूचना और जानकारी वाली सामग्री मुहैया करवाई गई है।'

राज्य सरकार को जीका विषाणु और इसकी निवारण रणनीतियों के बारे में जाकगरूता पैदा करने के लिए सूचना और जानकारी मुहैया की गई है। अधिकारी ने बताया कि इलाके में सभी गर्भवती महिलाओं की निगरानी की जा रही है। जीका विषाणु जनित रोग दुनिया भर के 86 देशों में दर्ज किया गया है। भारत में जनवरी और फरवरी 2017 में पहली बार इसके प्रसार की पुष्टि अहमदाबाद में हुई थी। इसके बाद तमिलनाडु में भी इसकी पुष्टि हुई थी।