राजा रघुवंशी हत्याकांड में गिरफ्तार सोनम के पिता ने लगाया शिलॉंग पुलिस पर साजिश का आरोप, CBI जांच की मांग

राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में गिरफ्तार उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी के पिता देवी सिंह ने एक बड़ा और सनसनीखेज बयान दिया है। उन्होंने साफ तौर पर आरोप लगाया है कि इस पूरे मामले में शिलॉंग पुलिस और कुछ स्थानीय लोग मिलीभगत करके उनकी बेटी के खिलाफ झूठ फैला रहे हैं। साथ ही, देवी सिंह ने इस जटिल और संवेदनशील मामले की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सीबीआई से जांच कराने की सख्त मांग की है।

पिता देवी सिंह ने शिलॉंग पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए

देवी सिंह का कहना है, “सोनम और राजा की शादी पूरी तरह से सहमति से हुई थी। मैंने गाजीपुर के एक ढाबे से फोन लेकर गोविंद से बात की थी, लेकिन अब मेरी बेटी से कोई भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। वहां की पुलिस लगातार झूठे और भ्रामक दावे कर रही है, जिससे हम पूरी तरह असहाय महसूस कर रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “अगर सोनम ने कोई अपराध किया होता, तो वह इस हालत में क्यों घूमने जाती? यह पूरी घटना साफ तौर पर एक सुनियोजित साजिश लगती है।” उनका यह भी आरोप है कि शिलॉंग पुलिस खुद किसी बड़ी गड़बड़ी और भ्रष्टाचार में फंसी हुई है और खुद को बचाने के लिए झूठी कहानी गढ़ रही है।

पिता देवी सिंह की सीबीआई जांच की जोरदार मांग

देवी सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा, शिलॉंग का पूरा थाना इस मामले में शामिल है। जब तक सीबीआई जांच शुरू नहीं होती, मैं चैन से नहीं बैठूंगा। मेरी बेटी सोनम ऐसी कोई हरकत कभी नहीं कर सकती।”

उन्होंने जोर देकर कहा, “मेघालय के मुख्यमंत्री की भी जांच होनी चाहिए। यह केवल पुलिस की लापरवाही नहीं, बल्कि एक बड़े राजनीतिक साजिश का हिस्सा प्रतीत होता है। मैं गृह मंत्री अमित शाह जी से अपील करता हूँ कि इस मामले में तुरंत सीबीआई जांच करवाई जाए ताकि न्याय मिल सके।”

पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाए गए सवाल

देवी सिंह ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल उठाए और कहा, “वहां की पुलिस खुद फंस रही है और स्थिति को संभाल नहीं पा रही। उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि अब तक किन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जो जानकारी दी जा रही है, वह पूरी तरह से अधूरी, भ्रमित करने वाली और संदिग्ध है।”

बेटी की बेगुनाही पर जताया भरोसा

अपने बयान में उन्होंने बेटी की पूरी बेगुनाही पर भरोसा जताते हुए कहा, “हमारी बेटी निर्दोष है। सोनम और राजा का रिश्ता मजबूत और सम्मानपूर्ण था। दोनों साथ मिलकर इंदौर गए थे और कभी किसी से अनावश्यक विवाद या फालतू बात नहीं करते थे। वे पूरी तरह से सामान्य और शांतिपूर्ण जीवन जी रहे थे।”