खुद से यूं करे मोहब्बत, सवर जाएगी जिंदगी

खुद को प्यार करना हमारे जीवन की संजीवनी है। इसके बाद ही आप खुले दिल से किसी और को प्यार करने में सक्षम हो पाएंगी। अपने आप से प्रेम करने का अर्थ है स्वयं को निखारना, अपने अन्दर की अच्छाइयों को खोजना, अपने लिए सम्मान प्राप्त करना, अपने आप को प्रेरित करते रहना और अपने साथ हुई हर अच्छी बुरी घटना की जिम्मेदारी खुद पे लेना। ये हमेशा याद रखिये कि आप दूसरों को प्रेम और सम्मान तभी बाँट पाएंगे जब आप के पास वो वस्तु प्रचुर मात्र में होगी।स्वयं से प्रेम करना उतना ही स्वाभाविक है जिंतना कि सांस लेना। Bible में कहा भी गया है कि हमें दूसरों से भी उतना ही प्रेम करना चाहिए जितना हम स्वयं से करते हैं।

# खुद की आलोचना करना बंद करे

जब तक आप अपने आपसे आलोचना करना बंद नहीं करेंगे आप कभी अपने आपसे प्यार नहीं कर सकते। आलोचना कुछ भी कभी नहीं बदलता। अगर आप दूसरों की नकारात्मक आलोचनाओं को सुनोगे तो भी आप पर उसका बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ेगा। अपने आपको पहचाने और अपनी असली ताकत को समझें।

# अपने अन्दर से डर को हटायें


आपने वह कहावत तो सुना ही होगा “जो डर गया वो मर गया”। यह बात यहाँ पर भी लागू होती है। अगर आप अपने जीवन में डर को जगह देंगे तो डर आपके जीवन की खुशियों और प्यार को समाप्त कर देगा। इसके हल के लिए जितना हो सके ऐसा रास्ता ढूँढें जिससे की आपको मानसिक रूप से ख़ुशी मिले। जैसे सोचिये मुझे जब भी डर लगता है में पीछे मुड कर नहीं देखता और अपने वेबसाइट के बारे में सोचने लगता हूँ या अपने माँ-पापा के बारे में सोचता हूँ। उसी प्रकार जब भी आप डर महसूस करते हों अपने मन के अनुसार किसी भी दुसरी यादगार बात की ओर सोचने लगें इससे आपका डर निकल जायेगा।

#अपने असली चेहरे को समझें

अपने अन्दर के असली चेहरे को समझें और पहचानें। अपने आपको शीशे में देखना बंद करें और अपने अन्दर की सभी खूबियों और काबिलियत के बारे में सोचें। अपने गुणवत्ताओं को जानें जिससे कि आप अपने आपसे प्यार करने लगें और आगे बढ़ सकें।

# हमेशा अपनी प्रशंसा करें

नकारात्मक बातें और आलोचनाएँ हमेशा मनुष्य के भीतर की भावनाओं को तोड़ देती हैं। उस समय अपनी प्रशंसा करने से हमको समर्थन मिलता है। बैठें और अपने आपसे पूछें कि आप अपने कार्यों के लिए कितनी मेहनत करते हैं चाहें वह छोटी-छोटी बात ही क्यों ना हो।

# अपने स्वास्थय का ख्याल रखें

कुछ भी करने के लिए शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहना बहुत ही आवश्यक है। वैसे तो अच्छा खाना और नियमित रूप से व्यायाम करना बहुत ही मुश्किल है हम सब के लिए। एक अच्छे स्वस्थ्य के लिए अच्छा खाना बहुत ही जरूरी है जिससे की सही विटामिन और पोषण शारीर को मिल सके।
अगर आप हमेशा स्वस्थ्य रहेंगे तो आपका चेहरा हमेशा उज्जवल रहेगा, मानसिक रूप से मजबूत रहेंगे, कई प्रकार की बिमारियों से आप दूर रहेंगे और आप अपने आपसे हमेशा प्यार करेंगे। इसलिए हमेशा अपने स्वास्थय का ख्याल रखें तथा अपने जीवन को खुशनुमा बनाये रखें।

# अपने आपका समर्थन स्वयं करें

जो कोई व्यक्ति आपकी मदद या समर्थन करे या ना करे खुद का समर्थन होना बहुत जरूरी है। अपने आपको तथा अपने विचारों को हमेशा समर्थन देने के लिए आपके पास रास्ता तैयार रहना चाहिए। अगर आपको किसी मुश्किल को सुलझाने में मदद चाहिए हो तो आप अपने मित्रों और माता-पिता से बात कर सकते हैं।