किसी भी महिला के लिए मां बनने से बड़ा सुख कुछ नहीं होता हैं और गर्भधारण के ये नौ महीने बहुत महत्व रखते हैं जो जिंदगीभर याद रहते हैं। लेकिन इन दिनों में महिलाओं को जरूरत होती हैं अपने पार्टनर अर्थात पति के साथ की। पति ही हैं जो साथ देते हुए इन दिनों में उनकी तकलीफ में साथ देता हैं और खुशनुमा माहौल तैयार करता हैं। बच्चे के वजन और शरीर में आने वाले परिवर्तनों के कारण इस दौरान पत्नी थोड़ा चिडचिड़ी हो जाती है। ऐसी स्थिति में पतियों को चाहिए कि स्थिति को इस तरह हैंडल किया जाए कि गर्भवती पत्नी की खुशीयां बनी रहे। आज इस कड़ी में हम आपको इससे जुड़े कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं जिनका ख्याल रख अप उन्हें हैंडल विद केयर कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में...
क्रिएटिव बनें
आप अपनी क्रिएटिविटी से पत्नी को काफी खुश रख सकते हैं। अगर आपको लिखने का शौक है तो पत्नी के लिए कुछ स्पेशल लिखें और उसे सुनाएं। इसके अलावा आप को सॉन्ग भी उसके लिए गुनगुना सकते हैं। ऐसे पल न सिर्फ खुशी देते हैं, बल्कि आपके बॉन्ड को भी बेहतर बनाते हैं।
सर्पोट और केयर
अगर आप अपनी पत्नी को ऐसी स्थिति में पूरा सर्पोट देते है और उन्हे लाचार महसूस नहीं होने देते है तो वह खुश रहेगी। ऐसी हालत में उन्हे आपकी देखभाल की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। गर्भवती महिलाओं की हर तरीके की जरूरत सिर्फ उसका पति आसानी से पूरी कर सकता है। पूरे नौ महीने तक उनकी पूरी देखभाल करें और प्रसव के दौरान उनके साथ रहें।
स्पेशल फील कराएं
प्रेगनेंसी के समय आपकी पत्नी कई तरह की समस्याओं से गुजर रही होती है। ऐसे में आप अगर उसे स्पेशल फील कराएंगे तो वो भी इस समय को एन्जॉय करने की कोशिश करेगी। आप अपनी पत्नी के लिए कभी चाय या डिनर में उसके लिए कुछ खास बना सकते हैं। आपकी ये चीजें उसे महसूस कराएंगी कि आप उसे कितना प्यार करते हैं।
उसकी सभी जरूरतों को पूरा करें
हां, उसे वह सबकुछ दें जो उसके लिए जरूरी हो। कई बार गर्भवती महिलाओं को कुछ अलग चीज चाहिए होती है जैसे - उन्हे आधी रात को कुछ खाने का मन होता है, अगर आप आसानी से बना सकते है तो बना दें, वरना मीठा सा प्रॉमिस जरूर करें। कई बार वह चाहेगी कि आप काम न करके उनके साथ रहें तो आप ऐसा ही करें। उन्हे न नहीं कहें।
अटेंशन दें
ये समय पत्नी को अटेंशन देने का होता है। इसलिए उसका खास खयाल रखें। अपने व्यवहार में उसके प्रति केयर को जाहिर करें और उसकी खास इच्छाओं को पूरा करें। अगर उसके शरीर में कोई दिक्कत है तो हल्की मसाज देकर उसे कंफर्टेबल महसूस कराएं।
समस्या को समझें
प्रेगनेंसी में कई बार मूड स्विंग्स होते हैं। ऐसे में कई बार वो बेवजह गुस्सा हो सकती है या उसे बेवजह रोने का मन कर सकता है। पत्नी की इस समस्या को समझने का प्रयास करें और बोलते समय भाषा का खास खयाल रखें। ऐसी स्थिति में आप उसे पेम्पर करेंगे तो उसे अच्छा महसूस होगा।
आराम करने देंवह पूरे 9 महीने बच्चे को कोख में रखती है,
उसमें वजन होता है और उसकी वजह से शरीर में कई परिवर्तन भी होते है। जितना
भी संभव हो, उनके शरीर को आराम पहुंचने दें। उन्हे रोमेंटिक डिनर पर लें
जाएं, पार्क में शाम की सैर पर ले जाएं, फूड स्ट्रीट पर कुछ खाने के लिए
बाहर ले जाएं।
बातों को सुनेंआपकी पत्नी अगर आपसे
कुछ कहना चाहती है तो उसे रोकें नहीं, उसकी बातों को ध्यान से सुनें। ऐसे
में अगर उसके मन में किसी बात की नाराजगी होगी तो वो उसके जहन से निकल
जाएगी। साथ ही अगर वो अपने मन की कोई खास बात आपसे कहना चाहती है तो कहने
के बाद संतुष्ट हो जाएगी।