भारत देश को अपनी संस्कृति के लिए जाना जाता है जहां सिर्फ दो व्यक्ति की नहीं बल्कि परिवारों की शादी होती हैं और कई रिश्ते बनते हैं। इनमें से कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जिनपर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती हैं ताकि घर-परिवार में खुशियां बनी रही। ऐसा ही एक रिश्ता हैं सास-बहु का जिसे चुनौतियों से भरा माना जाता हैं। इस रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए आपको अपने व्यवहार में कुछ बदलाव लाने की जरूरत पड़ती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसी बातों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनकी ध्यान रख बहु अपनी सास के साथ रिश्तों को मजबूत बना सकती हैं।
अपना रवैया बदलें
अगर आपकी सास आपके हर काम में कमियां ढूंढतीं हैं और उनकी ये आदत खत्म होने की बजाए दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में जरुरत है कि आप अपने रवैये में बदलाव करें। हर काम में आप उनको सफाई देने की बजाए शांत रहने की कोशिश करें। बेवजह की नोकझोंक उनके साथ बंद कर दें। हो सकता है कि आपके द्वारा प्रतिउत्तर ना करने से आपकी सास का व्यवहार बदल जाए। ऐसे में संयम से काम लेना बेहतर होगा।
तारीफ करने दें
ज्यादा से ज्यादा अपनी सास की तारीफ कीजिए। अगर वो अपनी तारीफ खुद करती हैं तो उनकी हां में हां मिलाइए। ऐसे में आप दोनो की नोकझोंक कब खत्म हो जाएगी पता भी नही चलेगा।
ज्यादा बातें ना करें
आपको ऐसा लगता है कि ज्यादा बात करने से सास के साथ झगड़े की आशंका बन जाती है तो समझदारी इसी में है कि चुप रहें। उनको बहस करने का एक भी मौका मत दीजिए। उनके साथ तकरार से करने से बचिए। हो सके तो वही बातें करिए जो उन्हें रास आती हों।
बच्चों और दादी के बीच न पड़ें
अपने बच्चे और सास के बीच के रिश्ते में बाधा ना बनें। दादी और पोता-पोती के बीच का रिश्ता काफी मधुर होता है। वो आपसे ज्यादा आपके बच्चों को प्यार करेंगी। इन बातों से आपको खुश होनी चाहिए। बच्चे अपने ग्रैंड पैरेंट्स से बहुत कुछ सीखते भी हैं। वो उन्हें सही गलत की समझ भी हमेशा देते हैं।
काम को लेकर न करें बहस
आप घर की बहू हैं कोई मशीन नहीं कि सारे काम एकसाथ कर लेंगी। आप उतना ही काम करें जितना आप कर सकती हैं। जरूरत से ज्यादा काम की वजह से तनाव, थकान और चिड़चिड़ापन होगा। इसलिए जरूरी है कि हिम्मत कर स्पष्ट तौर पर अपने काम बता दें ताकि काम की वजह से झगड़ा न हो।