अपने गुस्से पर पाये काबू इन आसान उपायों से...

बड़े बुज़ुर्ग सही तो कहते हैं कि गुस्सा एक ऐसी चीज़ है जो किसी भी मायने में सही नहीं है। जिस पर आप गुस्सा कर रहे हों उसे तो सहन करना ही पड़ता है लेकिन उससे काफी अधिक नुकसान तो आपका खुद का होता है। ज्यादा गुस्सा करने से कई सारी शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों को आपके करीब आने का मौका मिलता है। हम सभी जानते है की गुस्सा इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन है। तो इसमें हमें खुद के गुस्से को काबू करने कि बहुत जरूरत हैं। जानिए कैसे का सकते हैं गुस्से को काबू में, जिससे आप आसानी से क्रोध को जड़ से मिटा सकते हैं।

# किसी से बात करते समय अगर आपको कोई बात बुरी लगे और गुस्सा आये तो बेहतर होगा की आप कोई बहाना बना कर कुछ देर के लिए उस जगह को छोड़ दे। ऐसा करने से कुछ देर में आपका मन शांत हो जायेगा और उस व्यक्ति से झगड़ा भी नहीं होगा।

# हो सकता है कि आप इसलिए गुस्सा हो जाएँ, क्योंकि आप किसी बात के सिर्फ एक ही पहलू पर ध्यान दे रहे हैं, जिसका आप पर असर हुआ है। मामले के दूसरे पहलू पर भी गौर कीजिए।

# रोजना सुबह 2 सेब को बिना छिले खाली पेट में चबाते हुए 15 मिनट तक खाना चाहिये, इससे क्रोध को शांत करने में मदद मिलती है। सेब का सेवन करने से दिमाग की कमजोरी दूर होती है और साथ ही यह हमारे दिमाग के याद रखने की क्षमता को भी बढाता है।

# कोई आरामदायक स्थान ढूंढ़कर बैठ जाएं, बेशक अपने कम्फर्ट को देखते हुए टांगें फैला लें और आंखें बंद करके कुछ देर शांति से बैठे रहें। ऐसा करने से गुस्से का स्तर नीचे जरूर होगा।

# परेशानियां बांटने से मन हल्का होता है। किसी परेशानी के कारन अगर आप तनाव में रहते है तो अपने बीवी बच्चों, माता – पिता या किसी दोस्त से अपनी परेशानी शेयर करे। ऐसा करने पर आपको अपनी समस्याओं से छुटकारा पाने में आसानी होगी और मन भी शांत होगा।

# जब कोई व्यक्ति या कोई बात आपको गुस्सा दिलाती है, तो आपके दिमाग में जो सबसे पहले आता है, वह मत कहिए। इसके बजाय थोड़ा रुकिए और गहरी साँस लीजिए।

# पानी पीने से भी शारीरिक तनाव और क्रोध को दूर करने में मिलती है। अधिक गुस्सा आने पर ठंडे पानी को घूंट -घूंट करके पीने से गुस्से को शांत किया जा सकता है।

# अक्सर ज्यादा गुस्सा करने वालों को यह शिकायत रहती है कि उनका दिमाग हमेशा ही गुस्से से गर्म रहता है। बस एक छोटी-सी चिंगारी ही उनके दिमाग में आग लगाकर रख देती है। तो ऐसे में आप ‘योग’ का सहारा ले सकते हैं।