इन तरीकों से बच्चों में विकसित करें आभार व्यक्त करने की आदत, जिंदगीभर आएगी काम

हर पेरेंट्स की बच्चों को लेकर कुछ जिम्मेदारियां होती हैं जिसका वे भलीभांति पालन करने की कोशिश करते हैं। इन्हीं में से एक हैं अपने बच्चों को जीवन के मूल्यों को समझाना और उन्हें एक अच्छा इंसान बनाना। देखा जाता हैं की कई लोगों को थैंक यू और सॉरी बोलने में झिझक होती हैं। ऐसे में आभार व्यक्त करने की आदत बच्चों में बचपन से ही विकसित की जानी जरूरी हैं जो उनके लिए जिंदगीभर काम आएगी और उन्हें एक नेक इंसान बनाने में मदद करेगी। आज हम आपके लिए कुछ ऐसे तरीके लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप अपने बच्चों में यह आदत विकसित कर पाएंगे।

खुद एक रोल मॉडल बनें

एक रोल मॉडल बनने का मतलब है कि आप जो बच्चे को बता रहे हैं, वैसे खुद हों। ऐसा इसलिए क्योंकि एक बच्चा हमेशा वही करता है, जो देखता है। उसके आसपास के लोग क्या कर रहे हैं, कैसे बोल रहे हैं और किस करह से बाकी लोगों से पेश आ रहे हैं इत्यादि आपका बच्चा सब इसी को देखकर सीख सकता है। इसलिए उनके लिए पहले आप रोल मॉडल बनिए। अपने जीवन में छोटी और बड़ी चीजों के लिए आभारी रहें और लोगों को हर छोटे-बड़े कामों के लिए शुक्रिया कहें। इसके बारे में मुखर हो कर प्रयाक करते रहें और सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा इसे देख रहा हो। इस तरह हर छोटी चीज के लिए थैंक यू बोलना बतला कर आप उसे भविष्य के लिए एक बेहतर इंसान के रूप में तैयार कर सकते हैं।

उन्हें दूसरों की मदद करना सिखाएं

घर की छोटी-बड़ी चीजों में बच्चे से मदद लें और उन्हें इसके लिए थैंक्स बोलें। फिर आप उनके कामों में भी उनकी मदद करें और उनसे थैंक्स लें। इसी तरह उन्हें बाकी लोगों की भी मदद करना सिखाएं। उन्हें हर तरह के दान और मदद के कार्यों को करते हुए शामिल करें। यह न केवल उसे दूसरों की मदद करना सिखाएगा, बल्कि उसके पास उसके लिए कृतज्ञता की भावना भी पैदा करेगा। इस तरह वे समझेंगे कि दुनिया में कुछ लोगों को हमारी जरूरत होती है, तो कुछ लोगों की हमें। इस तरह से आप आपके बच्चे खुद ही मानवीय भावनाओं को समझना सीख लेंगे।

अपनी चीजों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करें

अपने बच्चे को उन लोगों के साथ अपनी बातें साझा करना सिखाएँ जो कम विशेषाधिकार प्राप्त हैं। उसे एक अनाथालय में ले जाएं और वहां बच्चों को उसकी उम्र से मिलने दें। उसे एहसास होगा कि उसके पास क्या है और इसके लिए वह कृतज्ञ है। साथ ही उन्हें हर चीज को लोगों से बांटना सिखाएं। उन्हें इस तरह की छोटी-छोटी आदतों का आदी बना कर आप उन्हें एक बेहतर नागरिक के रूप में तैयाक कर सकते हैं।

हर कोशिश के लिए उन्हें सकारात्मक रहना सिखाएं

ये बेहद जरूरी चीज है। अपने बच्चे को हुर चीज, हर काम को करने और उसके परिणांमों की बिना चिंता किए सकारात्मक रहना सिखाएं। अप्रतिकूल परिस्थितियों की कहानियां सुनाएं और उनसे इससे मिली सीख के बारे में पूछें। उसे इस बात का महत्व बताएं कि दुनिया में बहुत से लोगों को बहुत महनत करके भी चीजें नहीं मिलती। यह आपके बच्चे को दिखाएगा कि सब कुछ इतना बुरा नहीं है और उसे दूसरों के भाग्य के लिए आभारी होना सिखाएं। वह जीवन को और अधिक सकारात्मक रूप से देखना शुरू कर देगा और यही सब उनकी असल कृतज्ञता होगी।

बच्चे को आशीर्वाद गिनना सिखाएं

अपने बच्चे से पूछें कि वह आज के लिए क्या आभारी है और आज उन्हें किसने आशीर्वाद में कुछ दिया। उन्होंने उसके बाद उन लोगों को थैंक्स कहा की नहीं। इस तरह आप अपने बच्चे से हर दिन इसके बारे में पूछें। जल्द ही यह एक आदत बन जाएगी और वह अपने जीवन में कई चीजों के लिए स्वचालित रूप से आभारी होंगे। कृतज्ञता फिर जीवन का एक तरीका बन जाएगा। वह घर के नौकरों से लेकर बाहरी लोगों तक को थैंक यू कहने से पीछे नहीं हटेंगे। इस तरह ये आदत उनमें घर कर लेगी और आपको आगे चलकर इन चीजों के लिए चिंता नहीं होगी।