रिलेशनशिप और शादी कभी भी दो अलग लोगों का मिलन नहीं होता है। बल्कि, असल में ये दो परिवारों का मिलन होता है। देश में लव मैरिज करने वाले ही इंटरकास्ट मैरिज को सीधे तौर पर प्रमोट करते है लेकिन समाज के कुछ बुद्धिजीवी लोग सच्चा प्यार करने वालो को जुदा करने में समझदारी दिखाते है और कई बार तो जान से मारने की धमकी भी दी जाती है देश में आज ओनर किलिंग एक बड़ी समस्या बन गई है। इंटर कल्चरल मैरिज या रिलेशनशिप के मामले में दोनों ही पक्षों पर काफी दबाव होता है। अंत में ये सारा दबाव उस कपल को ही फेस करना पड़ता है जो इस रिश्ते के लिए तैयार हुआ है। लेकिन हम आपको 5 ऐसे तरीकों के बारे में बता रहे हैं जो आपको इंटरकल्चरल रिलेशनशिप के प्रेशर को मैनेज करने में मदद करेंगे।
अंतर को स्वीकार करेंजब आप दूसरी संस्कृति वाले किसी शख्स से शादी करते हैं, तो आप असल में अनदेखी दुनिया में कदम रखते हैं। इन बदलावों के हिसाब से खुद को ढालने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि इन बदलावों को उसी तरह स्वीकार किया जाए जिस तरह वे आपकी जिंदगी में आ रहे हैं।
भाषा -हो सकता है कि शुरुआत में आपको इसकी जरूरत का अहसास न हो, लेकिन अगर आप अपने कल्चर से बाहर शादी कर रहे हैं तो भाषा अलग होना भी एक समस्या बन सकती है। इसका समाधान इसी बात में है कि आप एक-दूसरे की भाषा को लिखना और बोलना सीखें।
धैर्यकभी भी ये उम्मीद न रखें कि चीजें एकदम से बेहतर और सामान्य हो जाएंगी। आप दोनों को ही इस संबंध में कोशिश करनी होगी कि कल्चर की बाधा आपके रिश्ते या शादीशुदा जिंदगी के दरमियान न आने पाए।
दोनों कल्चर पर एक समान ध्यान देंपैरेंट होने के नाते, आप कभी भी नहीं चाहेंगे कि आपका बच्चा सिर्फ आपका या किसी एक के कल्चर को फॉलो करे। कंफ्यूजन से बचने और हर किसी को खुश रखने के लिए सिर्फ उन्हीं महत्वपूर्ण कल्चरल चीजों को फॉलो करें जिन्हें करना बेहद अनिवार्य हो।
पार्टनर की वैल्यूज और संस्कृति को समझने की कोशिश करेआप अपने पार्टनर की वैल्यूज और संस्कृति को समझने की कोशिश करें। उसके बारे में ज्यादा से ज्यादा और करीब से पता करने की कोशिश करें। अपने पार्टनर के बचपन के दिनों के बारे में बात करें, उनकी परवरिश के अनुभवों, उनके परिवार और उनकी रिलेशनशिप के बारे में जानने और बात करने की कोशिश करें।