क्या आप भी करने जा रहे पहले बच्चे की प्लानिंग, कदम बढ़ाने से पहले इन बातों पर करें विचार

जब भी किसी का विवाह होता हैं तो समाज या घरवालों की तरफ से मिलने पर एक ही सवाल होता हैं कि घर में नया मेहमान कब आ रहा हैं अर्थात आप बच्चे की प्लानिंग कब कर रहे हैं। समाज का यह दबाव कई बार लोगों की सोच पर हावी हो जाता हैं जिसकी वजह से उन्हें आगे परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। ऐसे में इस ओर कदम बढ़ाने से पहले जरूरी हैं कि कुछ पहलुओं पर सोच-विचार किया जाए ताकि आपको किसी समस्या का सामना ना करना पड़े। तो आइये जानते हैं इन पहलुओं के बारे में जिनपर विचार करना बहुत जरूरी हैं।

शारीरिक क्षमता

यदि आप पहली बार शिशु को दुनिया में लाने जा रहे हैं तो अपनी शारीरिक क्षमता पर ध्यान दें। देखें कि क्या आप तैयार है या नहीं। यदि आपका वजन बहुत कम है या बहुत अधिक है, तो आपके लिए समस्या है इसलिए इस विषय में चिकित्सक से परामर्श ले लें। सिर्फ अपनी इच्छा या घर वालों के दबाव में आकर ऐसा कोई निर्णय न लें। पहले खुद की सेहत पर ध्यान दें, फिर ही आगे कोई कदम उठाएं।

आर्थिक स्थिरता

घर में जब नया मेहमान आएगा तो खर्चा भी बढ़ेगा इसलिए बहुत जरूरी है कि आप अपनी आर्थिक स्थिति पर एक बार विचार- विमर्श कर लें। यदि आप आर्थिक रूप से इतने सक्षम हैं कि एक इंसान का खर्च उठा सकते हैं तो जरूर आप पहले बच्चे को दुनिया में लाने के बारे में सोच सकते हैं लेकिन यदि ऐसा नहीं है तो आपको थोड़ा समय लेना और स्वयं को आर्थिक रूप से स्थिर करने के बाद ही कोई निर्णय लेना होगा।

विवाह की समयावधि

पहले शिशु की योजना बनाते वक्त इस बात को भी तवज्जो दें कि विवाह के कितने साल बाद आप बच्चे को दुनिया दिखाने की योजना बना रहे हैं। विवाह के बाद बहुत अधिक जल्दबाजी भी न दिखाएं। अपने विवेक से काम लेते हुए पहले थोड़ा समय एक-दूसरे के साथ बांट लें, मानसिक और भावात्मक रूप से दोनों एकदूजे को तैयार करें और फिर ही शिशु का स्वागत करें।

नौकरी

यदि आप नौकरी में किसी प्रमोशन की ओर बढ़ रहे हैं तो ऐसे में आपको इस विषय में सोचना होगा क्योंकि इस वक्त आप ब्रेक नहीं ले सकेंगे और यदि आपने ब्रेक लिया तो शायद इसका प्रभाव आपके भविष्य पर पढ़े इसलिए अपने काम की योजनाओं और भविष्य को एकबार तय कर लीजिए और पूर्ण रूप से यदि आप तैयार हैं तो फिर नन्हें मेहमान के स्वागत की तैयारी कीजिए।