हम सबकी लाइफ़ में कोई ऐसा शख़्स होता हैं, जिससे हम अपेक्षा करते है की वह हमारे लिए टाइम निकाले। पर इसका यह मतलब नहीं कि आप अपने लिए ‘मी टाइम’ निकालना भूल जाएं। आपको ख़ुद, अपनी ख़ुशी के बारे में सोचना चाहिए। ख़ुद के लिए टाइम निकालना चाहिए और जो पसंद है वो करना चाहिए। अगर आप मी टाइम निकाल लेती हैं पर यह नहीं समझ पाती हैं कि करना क्या है, तो हम आपको पांच ऐसे काम बता रहे हैं, जिन्हें आपको अपने लिए करना चाहिए।
अकेले शॉपिंग पर जाएं
किसी को साथ लेकर शॉपिंग पर जाने और ऑनलाइन शॉपिंग करने के बजाय बाज़ार जाकर शॉपिंग करें। और कोशिश करें कि किसी मॉल में जाने के बजाय लोकल ढंग से शॉपिंग करें। इससे आपको कई फ़ायदे मिलेंगे। पहली और सबसे अहम बात ये रहेगी कि आप अपने लिए कुछ वक़्त निकाल सकेंगी। इसके अलावा आपको अपनी पसंद के बारे में ज़्यादा पता चलेगा, क्योंकि जब हम किसी और के साथ शॉपिंग पर जाते हैं, तो उसकी पसंद ना पसंद भी पूछते हैं, तो आप इससे बच जाएंगी।
अकेले रेस्टेरेंट जाएं
बिना किसी को साथ लिए अपने मनपसंद रेस्टेरेन्ट में जाएं और जो डिश पसंद हो उसे बेहिचक ऑर्डर करें। इससे आपकी निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी और यहां भी आप अपनी पसंद से वाक़िफ हो पाएंगी। जब कभी हम अपने किसी दोस्त या परिवार के साथ होते हैं, तो कई बार हम वो ऑर्डर नहीं कर पाते हैं, जो करना चाहते हैं इसलिए कम से कम महीने में एक बार अकेले खाने के लिए बाहर ज़रूर जाएं।
फ़िल्में देखेंअगर आपके दोस्त अपने काम में व्यस्त हैं या जो फ़िल्म आपको देखनी है वे वह फ़िल्म नहीं देखना चाहते, तो अपने प्लान को डिब्बा बंद ना करें। तैयार होकर अकेले ही निकल जाएं अपनी ख़ुशी को पाने के लिए, क्योंकि आपकी ख़ुशी पर किसी और का अधिकार नहीं हो सकता। इससे आपके अंदर की हिचक ख़त्म होगी और अपने निर्णय लेने में परेशानी नहीं होगी।
सोलो ट्रिप पर जाएं
दोस्तों और परिवार के साथ घूमने के अलावा एक प्लान अकेले घूमने का भी बनाएं। भले ही वह छोटी यात्रा क्यों ना हो, लेकिन ख़ुद को समझने और परखने का यह सबसे अच्छा मौक़ा होता है। इससे अपने प्रति और आत्मविश्वास बढ़ता है। इसके अलावा जब आप नई जगह पर नए लोगों के बीच होती हैं, तो आप दूसरों के साथ भी एक बॉन्ड बनाने की कोशिश करती हैं और आपको नई चीज़ें पता चलती हैं।
आपकी होबिस में टाइम बितायेगाना सुनना, डांस करना, कोई वाद्य बजाना या फिर कोई स्पोर्ट्स खेलना पसंद करती हों, तो उसके लिए सप्ताह में एक बार वक़्त ज़रूर निकालें। यह आपके भीतर की भावनाओं को ज़िंदा रखने का काम करते हैं। और जब आप भावनात्मक ढंग से मज़बूत रहती हैं, तो कोई भी निर्णय लेने में आसानी होती है।