रेसिपी : इस गणेश चतुर्थी पर भोग लगाए गणेश जी के प्रिये मोदक का

मोदक गणेशजी को अतिप्रिय है। मोदक को पर घर पर ही बनाया जा सकता है, इसे बनाना बहुत ही आसान है साथ ही घर पर बना मोदक सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। मोदक को किसी से भी बनाया जा सकता है जैसे सूजी के साथ या चावल के साथ आदि। आज हम आपको चावल के आटे से मोदक बनाने के बारे में बतायेंगे, तो आइये जानते है इस बारे में.....

सामाग्री :

चावल का आटा - 2 कप
गुड़ - 1/5 कप
कच्चे नारियल - 2 कप ( बारीक कद्दूकस किया हुआ )
काजू - 4 टेबल स्पून
किशमिश - 2-3 टेबल स्पून
खसखस - 1 टेबल स्पून
इलाइची - 5 -6( छील कर कूट लीजिये )
घी - 1 टेबल स्पून
नमक - आधा छोटी चम्मच


विधि :

गुड़ और नारियल को कढाई में डाल कर गरम करने के लिये रखें। चमचे से चलाते रहें, गुड़ पिघलने लगेगा चमचे से लगातार चला कर भूने, जब तक गुड़ और नारियल का गाढ़ा मिश्रण न बन जाय।

इस मिश्रण में काजू, किशमिश, खसखस और इलाइची मिला दें। यह मोदक में भरने के लिये पिठ्ठी तैयार है।

2 कप पानी में 1 छोटी चम्मच घी डाल कर गरम करने रखिये। जैसे ही पानी में उबाल आ जाय, गैस बन्द कर दीजिये और चावल का आटा और नमक पानी में डाल कर चमचे से चला कर अच्छी तरह मिला दीजिये और इस मिश्रण को 5 मिनिट के ढक कर रख दीजिये।

अब चावल के आटे को बड़े बर्तन में निकाल कर हाथ से नरम आटा गूथ कर तैयार कर लीजिये। यदि आटा सख्त लग रहा हो तो 1 - 2 टेबल स्पून पानी और डाल सकते हैं, एक प्याली में थोड़ा घी रख लीजिये। घी हाथों में लगाकर आटे को मसलें, जब तक कि आटा नरम न हो जाए। इस आटे को साफ कपड़े से ढक कर रखें, हाथ को घी से चिकना करें।

गूथे हए चावल के आटे से एक नीबू के बराबर आटा निकाल कर हथेली पर रखें, दूसरे हाथ के अँगूठे और उंगलियों से उसे किनारे पतला करते हुये बढ़ा लीजिये, उंगलियों से थोड़ा गड्डा करें और इसमें 1 छोटी चम्मच पिठ्ठी रखें। अँगूठे और अँगुलियों की सहायता मोड़ डालते हुये ऊपर की तरफ चोटी का आकार देते हुये बन्द कर दीजिये।

सारे मोदक इसी तरह तैयार कर लीजिये। किसी चौड़े बर्तन में 2 छोटे गिलास पानी डाल कर गरम करने रखें।

जाली स्टैन्ड लगाकर चलनी में मोदक रख कर भाप में 10 - 12 मिनिट पकने दीजिये।

आप देखेंगे कि मोदक स्टीम में पककर काफी चमक दार लग रहे हैं।

मोदक तैयार हैं।