लिखावट बनाती हैं आपकी पहचान, इन तरीकों से बनाए अपनी खराब हैंडराइटिंग को सुंदर


आपने कई लोगों की लिखावट देखी होगी जिनके शब्द मोतियों से समान सुसज्जित लगते हैं। वहीँ कई लोगों को अपनी लिखावट दिखाने में शर्म आती हैं क्योंकि वो इतनी खराब होती हैं कि किसी को भी समझने में परेशानी होती हैं। लिखावट ही आपकी पहचान बन जाती है। ऐसे में बचपन से ही बच्चों की सुंदर हैंडराइटिंग पर जोर दिया जाए तो अच्छा हैं ताकि आगे चलकर उन्हें ऐसी किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ टिप्स देने जा रहे हैं जिनकी मदद से बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी अपनी खराब हैंडराइटिंग को सुंदर बना सकते है। तो आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में...

ठीक से बैठकर लिखें

जब भी कुछ लिखना हो तो सही पोश्चर में बैठकर लिखें। अगर आप लेटकर या खड़े होकर लिखेंगे तो आपकी राइटिंग निश्चित तौर पर खराब होगी। जब भी लिखने बैठे तो कुर्सी-टेबल या स्टडी टेबल का प्रयोग करें।

अधिक जोर देकर ना पकड़ें पेन

लिखते समय पेन या पेंसिल को ना अधिक जोर से पकड़ें और ना ही पेपर पर उसे अधिक दबाकर लिखें। ऐसा करने से आप बेहतर राइटिंग में लिख सकेंगे।

अधिक स्पीड में ना लिखें

अगर आप हैंड राइटिंग सुधारना चाहते हैं तो अपने लिखने की स्पीड को थोड़ा कम करें। मसलन 10 मिनट में अगर आप दो पेज लिख लेते हैं तो अभी कुछ दिन आधा पेज ही लिखें। जब आपकी हैंडराइटिंग में सुधार हो जाएगा तब आप अपनी स्पीड धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं।

पूरे हाथ के पोश्चर को सुधारें

कई छात्र लिखते समय केवल अपने हाथ यानी पंजे को हिलाते हैं और उनका पिछला भाग बिल्कुल स्थिर बना रहता है। जिससे उसे एक-दो पेज लिखने में ही हाथों में दर्द होने लगता है क्योंकि ब्लड सर्कुलेशन पूरे हाथ में ठीक से नहीं हो पाता। इसलिए आप लिखते वक्त पूरे बाजू को मूव करें। इससे आप हैंडराइटिंग में सुधार कर सकते हैं।


दो शब्दों के बीच गैप समान रखें

आप जब भी लिखें तो दो शब्दों के बीच गैप एक समान रखें। ऐसा करने से लिखावट क्लीन और बराबर दिखेगी और बेहतर लगेगी। कोशिश करें कि एक बार में ही सही लिखें जिससे बार बार काटने या ओवरराइटिंग की जरूरत ना हो।

पेंसिल या इंक पेन का करे उपयोग

भले ही किसी भी क्लास में क्यों न हो यदि आपको राइटिंग में सुधार करना है तो प्रतिदिन एक दो पेज पेंसिल से जरूर लिखें। इसके अलावा अगर आप रोज इंक पेन से लिखने की प्रैक्टिस करेंगे तो आपकी राइटिंग तेजी से सुधरेगी।

इस तरह करें प्रैक्टिस

आप रोज अगर रेत, चावल या अनाज के ढेर पर उंगलियों से लिखने की प्रेक्टिस करें तो इससे आपकी राइटिंग मोतियों जैसी हो सकती है। बच्चों को ऐसा जरूर कराना चाहिए।