बीमारियों का कारण बनती हैं टॉयलेट की गंदगी, इन तरीकों से करें इसकी सफाई

टॉयलेट साफ करना थोड़ा गन्दा लगता है लेकिन यह बहुत जरुरी है। यह अच्छा है की टॉइलेट साफ करना बहुत मुश्किल काम नहीं है। लेकिन सही तरीके टॉयलेट साफ नहीं किया जाये तो बैक्टीरिया और वाइरस पैदा होकर परेशानी बढ़ा सकते हैं। सही तरीके से टॉयलेट साफ करने से समय भी बचता है और थकान भी नहीं होती। आइये जानते हैं टॉयलेट की सफाई कैसे करें।

- टॉयलेट में कमोड के आस पास कुछ रखा हो तो उसे वहां से हटा दें।कमोड के चारों तरफ तथा पैर रखे जाने वाली जगह पर हार्पिक या अन्य टॉयलेट क्लीनर डाल दें और इसे ब्रश से फैला दें।

-अब कमोड के अंदर सबसे ऊपर की तरफ लाइन बनाते हुए क्लीनर डालें ताकि क्लीनर रिसते हुए पूरे कमोड में फ़ैल जाये और अंत वाले गड्डे तक चला जाये। थोड़ा क्लीनर गड्डे के चारों और लाइन बनाते हुए डाल दें।इसे 10 -15 मिनट ऐसे छोड़ दें।
इंडियन टॉयलेट साफ करने का तरीका-

इंडियन टॉयलेट साफ करने का तरीका

- अब ब्रश से पहले कमोड से बाहर की तरफ घिस दें। जिद्दी दाग हो तो उन पर थोड़ा क्लीनर डाल कर घिसें। कमोड के अंदर और कमोड के बाहर घिसने के लिए अलग ब्रश काम में लेना ठीक रहता है ताकि गड्ढ़े के अंदर की गन्दगी कमोड से बाहर नहीं आये।

-अब कमोड के अंदर ऊपरी हिस्से को घिसते हुए नीचे की तरफ और अंत में गड्डे के अंदर अच्छे से ब्रश से घिस दें। गड्डे में ब्रश इस तरह चलायें की गड्डा जितना संभव हो आगे तक साफ हो जाये। इसके लिए आगे से मुड़ा हुआ अलग तरह का ब्रश बाजार में मिलता है। इसमें भी दो तीन तरह के ब्रश उपलब्ध है। आप अपनी सुविधा और पसंद के अनुसार ले सकते हैं। स्टैंड वाले ब्रश भी आते हैं इससे भी सुविधा बढ़ जाती है।

-अब पानी डालकर थोड़ा ब्रश चलाते हुआ कमोड के बाहर धो लें यह सारा पानी कमोड में चला जायेगा फिर कमोड के अंदर दूसरा ब्रश चलाते हुए पानी डालकर धो लें। पानी इतना डालें की टॉयलेट पूरा साफ हो जाये और साथ ही ब्रश भी साफ हो जाये।

टॉयलेट साफ कितने दिन में करना चाहिए

इंडियन टॉयलेट में पेशाब करने पर कितना भी ध्यान रखें पेशाब कमोड से बाहर फैलता ही है। लेकिन इस वजह से काले छोटे धब्बे तो नहीं बनते पर पेशाब बाहर फैलने के कारण जल्द ही बदबू आने लगती है।फ्लश करने से अंदर कमोड की सफाई तो हो जाती है लेकिन बाहर की तरह फैला हुआ पेशाब बदबू मारता है। इसलिए दिन में एक बार सादा पानी डाल कर थोड़ा स्क्रेपर या ब्रश फिरा कर साफ कर देना चाहिए।क्लीनर डाल कर सप्ताह में दो बार सफाई की जा सकती है या जब भी टॉयलेट गन्दा लगे तब कर सकते हैं।टॉयलेट सही तरीके से काम में लेने पर और पर्याप्त मात्रा में पानी प्रेशर से डालने पर टॉयलेट साफ करने की अवधि बढ़ाई भी जा सकती है। इसके लिए घर के सभी सदस्य को टॉयलेट ध्यान पूर्वक इस्तेमाल करना चाहिए।

वेस्टर्न टॉयलेट साफ करने का तरीका

कमोड के आस पास कुछ रखा हो तो उसे हटा लें। फ्लश चला दें। क्लीनर लगा दें। रिम के पास ऊपर से तथा अंदर गड्डे के चारों तरफ लाइन बना कर क्लीनर डालकर छोड़ दें। ढक्कन और सीट के अंदर और बाहर दोनों तरफ क्लीनर लगा दें।ढक्कन और सीट पर अंदर की तरफ कुछ धब्बे हो सकते हैं , उन्हें क्लीनर लगा कर थोड़ा घिस दें। ढ़क्कन और सीट के कब्जे के आस पास क्लीनर लगा कर घिसें। 10 -15 मिनट बाद पानी से धो दें साथ में ब्रश भी चला दें ताकि ब्रश भी साफ हो जाये। हो सके तो कमोड के अंदर और बाहर के लिए अलग अलग ब्रश काम में लें। बाहर की तरफ से ढक्कन , टैंक और कमोड को सूखे कपड़े से पोंछ दें। इसके बाद आस पास के फर्श की धोकर सफाई कर दें।