कहीं आप भी तो नहीं कर रहे धीमे जहर वाली इन मिलावटी चीजों का सेवन, इस तरह करें पहचान

वर्तमान समय में लगातार ख़बरें आती रहती हैं कि खाद्य विभाग द्वारा मिलावट का सामान पकड़ा गया। कई लोगों का लालच दूसरों की सेहत पर भारी पड़ जाता हैं। जी हां, मिलावटी चीजों का सेवन सेहत के लिए धीमे जहर का काम करता हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि जिस भी आहार का आप सेवन कर रहे हो उसकी जांच की जाए कि वह नुकसानदायक तो नहीं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से घर पर ही जाना जा सकता हैं कि राशन शुद्ध है या मिलावटी। तो आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में।

चावल

आजकल चावल भी प्लास्टिक के बिकने लगे है। ऐसे में कई गंभीर बीमारियों के होने का खतरा बढ़ता है। प्लास्टिक के चावल साधारण चावलों के मुकाबले ज्यादा चमकदार होते हैं। साथ ही नकली चावल एक ही आकार के दिखाई देने के पकने में समय लेते हैं। इसके विपरित असली चावल आकार में छोटे- बड़े होने के साथ पकने दें ज्यादा समय नहीं लेते हैं‌। ‌‌‌‌‌‌‌‌साथ ही इनकी महक अच्छी होती है।

लाल मिर्च पाउडर

लाल मिर्च पाउडर में गेरू और बुरादा रंग मिला हुआ होता है। इसके लिए 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर को पानी में डालें। अगर मिर्च तैरती रही तो इसका मतलब की यह सही नहीं। इसके विपरित अगर पाउडर पानी में डूब जाए तो यह मिर्च नकली होगी।

दूध

दूध में पानी की मिलावट होना अक्सर लोगों ने सुना होगा। पर क्या आप जानते हैं इसे पानी के साथ डिटर्जेंट पाउडर, यूरिया, साबुन और कई तरह के कैमिकल्स भी मिलाएं जाते है। ऐसा दूध पीने से कई गंभीर बीमारियों के लगने का खतरा बढ़ता है। इसकी शुद्धता जांचने के लिए किसी लकड़ी या पत्थर के टुकड़े के पर दूध की कुछ बूंदें डालें।‌‌‌‌‌अगर आपका दूध बह जाए और उस चीज पर सफेद रंग के निशान पड़े तो इसका मतलब दूध मिलावटी नहीं है। साथ ही दूध को सूंघने पर डिटेर्जेंट की स्मैल आने का मतलब दूध मिलावटी है। इसके अलावा दूध का रंग गहरा पीला होने का मौका है कि इसमें यूरिया की मिलावट है।

हरी सब्जियां

अक्सर हरी सब्जियां कुछ ज्यादा ही गहरे रंग की दिखाई देती हैं। इन्हें कैमिकल्स द्वारा हरा किया जाता है जो सेहत के जानलेवा साबित होती है। अगर सब्जियों का रंग सामान्य से अधिक गहरी दिखाई दे तो इसका मतलब ये मिलावटी है। ऐसे में इसे मटर, तरोई, पालक, बथुआ, मेथी, शिमला मिर्च, भिंडी आदि हरी सब्जियों की शुद्धता पहचानने के लिए इन्हें पानी में 10-15 मिनटों तक डुबोएं। अगर पानी का रंग हरा हो जाए तो समझ लीजिए कि इनमें मिलावट है।

चाय पत्ती

चाय कुछ पत्तियों को सुखाकर उसमें काला रंग मिला देते हैं। यही मिलावटी रंग के कारण कैंसर जैसी गंभीर बीमारी लगने का खतरा बढ़ता है। इसकी पहचान करने के लिए सफेद कागज में थोड़ी- सी चाय पत्ती डालकर आपस में रगड़ें। अगर कागज का रंग काला पड़ जाए तो इसका मतलब चाय पत्ती मिलावटी है।

धनिया पाउडर

धनिया पाउडर में भी चोकर, लकड़ी का बुरादा और सूखा गोबर डालकर मिलावट की जाती है। इसकी जांच करने के लिए थोड़े से धनिया पाउडर को एक गिलास पानी में मिलाएं। अगर पानी में भूसा तैरता हुआ दिखाई दे तो समझ जाए धनिया मिलावटी है। ऐसे में बेहतर रहेगा कि सूखे धनिया बुज को मिक्सी में पीसकर उससे खाना बनाकर खाएं।