दीपावली खुशियों का त्योहार है। कोई अनहोनी पूरे त्योहार को खराब कर देती है। तो सावधानी बेहद जरूरी है। ये सावधानी सिर्फ पटाखे छोड़ने वालों के लिए नहीं है। ये उनके लिए भी जो पटाखे नहीं छोड़ते हैं, लेकिन पटाखे छोड़ने वाले लोगों को उन लोगों का खास ख्याल रखना चाहिए। हम आपको दीपावली के दिन यही बताने जा रहे हैं कि पटाखें छोड़े लेकिन थोड़ा ध्यान से। पटाखे छोड़ते समय ये सावधानी जरूर बरतें।
* बेहद नजदीक से या हाथ मे पकड़कर पटाखों को न जलाएं। पटाखा न जलने पर तुरंत उसके पास न जाएं। हो सकता है वह अचानक फट जाए।
* पटाखों की आतिशबाजी के बीच जरा सी भी चिंगारी से कपड़ों में आग लगने या जलने जैसी दुर्घटना हो सकती है। इसलिए दीपावली के दिन आप ढीले व सूती कपड़ों का चुनाव करें। रेशमी कपड़ों को बिल्कुल भी न पहने, क्योंकि रेशमी कपड़े आग जल्दी पकड़ते हैं। रेशमी व टाइट कपड़ों से जलने की ज्यादा संभावना रहती है। पटाखे जलाते समय पैरों में चप्पल की जगह जूते या बैली पहने, क्योंकि अगर जरा सी चिंगारी पैर पर पड़ जाती है तो घाव बन सकता है।
* अगर आपके कपड़ों मे आग लग गयी है, तो दौड़ें नहीं, बल्कि रूक जायें। आग बुझाने के लिए ज़मीने पर लुढ़कें। जले हुए स्थान पर पानी डालें, अच्छा होगा आप बहते हुए पानी का प्रयोग करें। जले हुए स्थान पर बर्फ ना रखें, ना ही घी लगायें क्योंकि इससे संक्रमण बढ़ सकता है।
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दीपावली के इस त्योहार पर आपकी खुशियों को कोई नजर न लगें इसलिए किसी सेफ इलाके का चुनाव करें। पटाखे जलाते समय किसी खुले स्थान का ख्याल रखें। इसके अलावा यह भी ध्यान रखना होगा कि आप घर के अंदर पटाखे न जलाए। जहां पर आप पटाखे जला रहें हैं उसके सामने या आसपास कोई घर खुला न हो ताकि किसी तरह का नुकसान न हो सकें। आसपास कोई वाहन न हो और न ही किसी तरह के ऐसी चीज हो जिससे आग लगने की संभावना ज्यादा हो।
* शोर की तीव्रता कम करने के लिए ईयरप्लग या ईयर मफ्स का प्रयोग करें। शराब आदि पीकर पटाखे न जलाएं। ऐसे में कई बार सावधानी हटने से हादसे हो जाते हैं। बहुत तेज शोर करने वाले पटाखों और बमों से बचें।
* पटाखों को अपने हाथों में लेकर बिल्कुल न छोड़े। पटाखों को किसी कंटेनर पर न जलाएं। पटाखों को घरों में बिल्कुल भी ट्राई न करें। पटाखों के मिसफायर होने के बाद दोबारा कोशिश न करें। छोटे बच्चों के हाथों में पटाखे न दें। किसी आदमी के ऊपर पटाखा न फेंके।