गंदा पोछा बना सकता है घर को जर्म्स का घर — जानिए मॉप को क्लीन और जर्म-फ्री रखने के 3 आसान उपाय

आजकल हर घर में सफाई के लिए पारंपरिक कपड़े वाले पोछे की जगह स्पिन मॉप (Spinning Mop) का चलन बढ़ गया है। यह न केवल इस्तेमाल में आसान है, बल्कि पीठ या घुटनों की समस्या वाले लोगों के लिए भी बेहद सुविधाजनक साबित होता है।

हालांकि शुरुआत में यह मॉप फर्श को चमका देता है, लेकिन कुछ ही दिनों में यह खुद गंदगी और बैक्टीरिया का घर बन जाता है। ऐसे में यह साफ करने के बजाय घर में जर्म्स फैलाने लगता है। इसलिए मॉप की नियमित सफाई और डिसइंफेक्शन बेहद जरूरी है।
यहां जानिए मॉप को साफ रखने के तीन असरदार और आसान घरेलू तरीके —

1. डिटर्जेंट-बेकिंग सोडा घोल से करें डीप क्लीनिंग


मॉप को पूरी तरह साफ करने के लिए आप घर में मौजूद कुछ बेसिक चीज़ों से ही एक असरदार घोल बना सकती हैं।

कैसे करें:

एक बाल्टी में गुनगुना पानी भरें। उसमें 2 चम्मच डिटर्जेंट पाउडर, 2 चम्मच बेकिंग सोडा, और थोड़ा डिशवॉश लिक्विड मिलाएं। अब मॉप को इस घोल में डालकर 1–2 घंटे के लिए भिगो दें। अगर बहुत गंदा है, तो रातभर छोड़ दें। इसके बाद साफ पानी से रगड़कर धो लें और खुली हवा में सूखने दें। यह तरीका मॉप से जमी चिकनाई और बदबू दोनों को दूर कर देता है।

2. पॉलीथिन वाला हैक – मॉप से हटाएं बदबू और बैक्टीरिया

यह तरीका न केवल मॉप को क्लीन करता है बल्कि उसकी बदबू और बैक्टीरियल गंध को भी खत्म करता है।

कैसे करें:

एक बड़ी पॉलीथिन या प्लास्टिक बैग लें और उसमें मॉप डालें। उसमें थोड़ा पानी डालें और 2 चम्मच बेकिंग सोडा और 1 चम्मच सिरका (Vinegar) मिलाएं। चाहें तो आधे नींबू का रस भी डालें — इससे ताजगी बनी रहती है और बदबू गायब हो जाती है। अब बैग को अच्छी तरह बांध दें और मॉप को रातभर इसी में भिगोए रखें। अगले दिन साफ पानी से धोकर सुखा लें — मॉप बिल्कुल नया जैसा लगेगा।

3. ब्लीच से करें जर्म्स का सफाया

अगर आप मॉप को डीप सैनिटाइज करना चाहती हैं, तो ब्लीच का इस्तेमाल सबसे असरदार तरीका है।

कैसे करें:

एक बाल्टी में गर्म पानी लें और उसमें थोड़ा सा लिक्विड ब्लीच मिलाएं। मॉप को इसमें लगभग 1–2 घंटे के लिए भिगो दें। बाद में साफ पानी से अच्छी तरह रगड़कर धो लें। यह तरीका मॉप पर जमे बैक्टीरिया, फंगस और जिद्दी दागों को खत्म कर देता है।

अतिरिक्त टिप्स:


- मॉप को हमेशा धूप में सुखाएं, ताकि उसमें नमी न रहे।

- हर 3–4 महीने में मॉप हेड बदलें, ताकि बैक्टीरियल बिल्डअप न हो।

- क्लीनिंग के बाद मॉप को खुले स्थान पर रखें, बंद जगह पर न छोड़ें।