स्वस्थ पर्यावरण के लिए जरूरी हैं प्लास्टिक मुक्त भारत, इस तरह करें अपने घर से इसकी शुरुआत

अगर हम चाहते हैं कि हमारा खुद का आने वाला कल और नयी पीढ़ी को भविष्य में स्वस्थ पर्यावरण मिले तो इसकी शुरुआत आज से ही करनी होगी। मौजूदा समय में लोगों ने इस तरफ कदम बढ़ाते हुए कम से कम प्लास्टिक-फ्री होने का फैसला किया है ताकि स्थिति थोड़ी बेहतर हो सके। दुनिया को प्लाटिक फ्री करने की शुरुआत सबसे पहले हमें अपने घर से करनी होगी। आईये आपको बताते है कैसे आप अपने घर को प्लास्टिक फ्री रख सकती हैं।

फ्रिज से हटा दें प्लास्टिक की बोतलें

कांच और स्टेनलेस स्टील की बोतलें आजकल फैशन में हैं और ये काफी अच्छी बात है। आप घर की सभी प्लास्टिक की बोतलों को बदलकर कांच या फिर स्टील की बोतलें ले आएं। इस तरह आप पर्यावरण की बेहतरी के लिए छोटा सा योगदान दे सकते हैं।

कूड़ा डालने के लिए प्लास्टिक थैलों का न करें इस्तेमाल

ये सबसे बड़ी समस्या है कि घर का कूड़ा कर्कट इकट्ठा करके फेंकने के लिए भी प्लास्टिक की ही थैलियों का इस्तेमाल किया जाता है। लोगों को इसके विकल्प के बारे में जानकारी नहीं है। मगर अब इन प्लास्टिक थैलों की जगह पर बायोडिग्रेडेबल गार्बेज बैग आ गए हैं जो बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। इनकी कीमत भी ज्यादा नहीं है।

क्लिंग और फॉइल रैप का इस्तेमाल रोकें

किचन में मौजूद क्लिंग शीट और फॉइल रैप रोजाना इस्तेमाल में आते हैं। मगर इससे भी बेहतर ऑप्शन बीज़ वैक्स मार्केट में उपलब्ध है। बीज़ वैक्स और जोजोब ऑयल में मौजूद प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल गुण भोजन को प्लास्टिक की तुलना में बेहतर तरीके से सुरक्षित और फ्रेश रखते हैं।

अपना प्लास्टिक टूथब्रश बदलें


कूड़े में फेंके गए आपके प्लास्टिक टूथब्रश को डीकम्पोज होने में चार सौ साल लग जाते हैं। आप बैम्बू से तैयार टूथब्रश का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये प्लास्टिक टूथब्रश जितना ही चलता है और आसानी से डीकम्पोज भी जाता है।

एयर प्यूरीफायर की जगह अगरबत्ती का प्रयोग

एयर प्यूरीफायर प्लास्टिक के बोतलों में आता है। ऐसे में जब हमारे पास अगरबत्ती का सस्ता और एनवायरनमेंट फ्रेंडली ऑप्शन मौजूद है तो एयर प्यूरीफायर की क्या जरूरत है।