दिवाली के त्यौहार की तैयारियां घरों में कई दिनों पहले से ही होने लग जाती हैं। इस त्यौहार के लिए घर में कई तरह की मिठाइयां बनाई जाती हैं जिसके लिए मावे का इस्तेमाल होता हैं। लेकिन इस ज़माने में मावे के मिलावट की कई खबरें सामने आती रहती हैं जो सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे तरीके लेकर आए हैं जिनकी मदद से मावे के असली या नकली होने की पहचान आसानी से की जा सकती हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।
- अगर खोया असली है तो वह एक दम मुलायम व नर्म दिखेगा। इसके विपरित नकली खोया दरदरा होगा।
- अगर मावा खाने पर मुंह में चिपके तो इसका मतलब आपका मावा नकली है।
- मावे के मिश्रण से आटे जैसी लोइयां बनाए। अगर खोया नकली होगा तो लोइयां फटने लगेगी।
- मावे को खाकर भी असली-नकली की पहचान हो सकती है। अगर यह खाने में कच्चे दूध का टेस्ट दें तो आपका मावा असली है।
- खोए में चीनी मिलाकर उसे हल्का गर्म करें। अगर खोया पानी छोड़ने लगे तो इसका मतलब आपका मावा नकली है।
- अगर मावा हाथ लगाने पर चिपचिप करें तो समझ जाए कि खोया खराब है। जबकि असली खोया हमेशा सूखा होता है।
- इसके अलावा खोए को पानी में डालकर फेंटे। अगर खोया नकली है तो वह पानी में दानेदार रूप में फैल जाएगा। इसके विपरित असली खोया पानी में मिक्स हो जाएगा।
- असली व नकली मावा की पहचान रंगों से भी की जा सकती है। दरअसल असली खोया एक दम सफेद होता है। वहीं दूसरी ओर नकली खोए का रंग हल्का पीला होता है।