नेचर थीम स्वच्छ वातावरण के साथ देगी घर को आकर्षक लुक

घर का इंटीरियर करवाने की सोच रही हैं, तो इस समय ट्रेंड में है पशु पक्षी और नेचर थीम। यह थीम गर्मी के मौसम में तो आंखों को भाती ही है, लेकिन जब बारिश का मौसम आता है तो यह थीम थीम आंखों को सुकून देती है। सुबह-सुबह एक ऐसे वातावरण में उठने की कल्पना कीजिए, जहां सुकून देने वाले पेड़-पौधों की हरियाली हो। स्वागत करने के लिए तरह-तरह के पक्षी हों। सोचिए, जंगल का यह सुकून अगर आपके घर में भी होता, तो कितना बढ़िया होता! खैर, अब आपकी ये कल्पना हकीकत बन सकती है, क्योंकि डिजाइनर्स भी जंगल थीम पर ही काम कर रहे हैं।कम बजट में घर को कैसे सुन्दर बनायें, ऐसी क्या यूनीक चीजें अपने ड्राइंग रूम में लगायें कि आने वाले मेहमान तारीफ किये बिना न रह सकें, इसकी तलाश जारी है। वैसे सुन्दर दिखने, दिखाने में कोई बुराई भी नहीं है। आइये, आपके घर को सुन्दर बनाने में हम आपकी मदद करते हैं।

पशु पक्षी थीम

इस थीम में जानवरों और पक्षियों की पेंटिंग्स, उनकी डिजाइंस, स्कल्पचर और टाइल्स के अलावा घर के कुशंस, पर्दे और बेडशीट में भी इस थीम को लेकर चला जाता है। पूरी डेकोरेशन को बेहद ड्रामैटिक लेकिन डिफरेंट लुक दिया जाता है। रंगों की बात करें, तो इसमें बेहद शोख रंगों भरे पैटर्न होते हैं, जिसमें रेड और ब्लैक के अलावा नीले, पीले और हरे रंगों का भी इस्तेमाल किया जाता है। इसमें इंटीरियर डेकोरेटिव आइटम्स, डेकोरेटिव पौधों से घर को सजाकर नया लुक दे रहे हैं। इस थीम पर पूरे घर को उभारने के लिए कहीं इसमें आर्टिफिशियल प्लांट्स का यूज होता है, तो कहीं ऑरिजनल का। कुछ लोग वॉलपेपर व पेंटिग के जरिए इस थीम को दर्शाना पसंद कर रहे हैं।

फूल-पत्तियों का चुनाव

अगर आप अपने घर को बॉटैनिकल थीम पर सजाने की सोच रहे हैं तो फूल-पत्तियों के चुनाव में कुछ बातों का ध्यान रखें, अन्यथा आपका कमरा आधुनिक न दिखकर पुराने जमाने यानी 70 के दशक की तरह लग सकता है। और मुझे नहीं लगता कि आप ऐसा चाहेंगे? फिडल, मोनेस्ट्रा डेलीसिओसा, बनाना (केला) और फिग के पौधे के प्रिंट जंगलों से जुड़े होते हैं। अन्य किस्म में रैफिस पाम, मनी प्लांट, स्नेक प्लांट और स्प्लिट लीफ फिलोडेन्ड्रॉन हैं। इनकी पत्तियों को कालीनों, परदों, वॉलपेपर या कुशन पर प्रिंट किया जा सकता है। ये घर की सुंदरता को बढ़ाने के साथ आंखों को सुकून देने वाली भी होती हैं।

फूलों वाले गमले सजाएं

गार्डनिंग करना अच्छे शौक में गिना जाता है। इससे न सिर्फ मन प्रफुल्लित रहता है, बल्कि आपकी मेहनत से उगाये गये पौधे जब घर के कोनों को सजाते-महकाते हैं तो उससे मिलने वाली खुशी भी असीम होती है। सीढ़ियों के किनारे, बरामदे और छत को मौसमी फूलों वाले गमलों से सजाएं। यह आपके घर में ताजगी और खूबसूरती में बढ़ोत्तरी करता है। बेडरूम में पौधे नहीं रखने चाहिए क्योंकि रात के वक्त ये कार्बन डाई आॅक्साइड छोड़ते हैं, जो आपकी सांस के लिए ठीक नहीं है। पौधे हमेशा खुली जगह, या खिड़की के पास ही रखने चाहिए। बालकनी में लटकने वाले गमले लगाएं। अगर पेंटिंग का शौक हो तो आप अपने हाथों से गमलों को पेंट भी कर सकती हैं, इससे इनकी शोभा भी बढ़ जाएगी।

मौसम के अनुसार इंटीरियर


जहां लोग एक बार घर बनवाते समय इंटीरियर करवाते थे, वहीं अब स्थिति यह है कि मौसम के अनुसार इंटीरियर में बदलाव करना स्टाइल स्टेमेंट बन गया है। इंटीरियर डिजाइनर निशा बताती हैं कि अब लोग हर मौसम में इंटीरियर चेंज करवाने लगे हैं। इसमें कोई खास मेहनत भी नहीं करनी पड़ती। बस हल्का सा कलर्स में फेरबदल करके आप मौसम के मुताबिक घर को लुक दे सकते हैं। चाइनीज थीम में जहां विंटर के लिए डार्क कलर्स के शेड्स का इस्तेमाल किया जाता है, वहीं समर के लिए इन्हीं कलर्स के लाइट शेड्स का।

मौसम के अनुसार इंटीरियर


जहां लोग एक बार घर बनवाते समय इंटीरियर करवाते थे, वहीं अब स्थिति यह है कि मौसम के अनुसार इंटीरियर में बदलाव करना स्टाइल स्टेमेंट बन गया है। इंटीरियर डिजाइनर निशा बताती हैं कि अब लोग हर मौसम में इंटीरियर चेंज करवाने लगे हैं। इसमें कोई खास मेहनत भी नहीं करनी पड़ती। बस हल्का सा कलर्स में फेरबदल करके आप मौसम के मुताबिक घर को लुक दे सकते हैं। चाइनीज थीम में जहां विंटर के लिए डार्क कलर्स के शेड्स का इस्तेमाल किया जाता है, वहीं समर के लिए इन्हीं कलर्स के लाइट शेड्स का।
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