आइये जानतें है कौन से योगासन रखेंगे आपके दिल को स्वस्थ...

योग न केवल शरीर का लचीलापन, मजबूत मांस पेशियों और तनाव से छुटकारा दिलाता है बल्कि, इसमें सबसे ज्यादा ध्यान सांसों पर होता है, जिस कारण हमारी श्वसन प्रणाली दुरुस्त रहती है। इससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा पर्याप्त होने लगती है, जिसका सीधा असर हमारे बल्ड सर्कुलेशन और वज़न पर पड़ता है। योग अपनी साँसों पर ध्यान देते हुए विभिन्न मुद्राओं में रहने की कला है। परिणामस्वरूप प्रत्येक योगासन का हमारे स्वसन तन्त्र पर विशेष प्रभाव पड़ता है,जिससे हमारा हृदय भी प्रभावित होता है। आइये हम बताते हैं आपको कौनसे योगासन रखेंगे आपके दिल को स्वस्थ।

# सेतु बंधासन : पीठ के बल लेट जाएं, दोनों हाथों को अपनी लंबाई में स्ट्रेच करें। अब धीरे धीरे अपने घुटनों को मोड़ते हुए कमर को ऊपर उठाएं। थोड़ी देर इसी पोजीशन में रहें, फिर नॉर्मल अवस्था में वापस आ जाएं। बार बार इसी पैटर्न को दोहराएं। इस आसन को करने से आपकी कमर, पेट और जांघ शेप में रहेंगे।

# त्रिकोनासान : यह खड़े रहकर की जाने वाली ह्रदय को खोलने वाली मुद्रा है।यह मुद्रा हृदयवाहिनी तन्त्र को लाभ पहुँचाती है। गहरी साँस लेने से छाती का फैलाव होता है व् सामर्थ्य में बढ़ोतरी होती है।

# सूर्य नमस्कार : यह सबसे मशहूर योगासन है। इसका शाब्दिक अर्थ है सूरज को नमस्कार करना। इसमें कुल 12 योगासन होते हैं जिनमें लगभग शरीर के हर हिससे पर फोकस होता है। सबसे खास बात ये कि अगर केवल हर दिन सूर्य नमस्कार भी कर लिया जाए तो 'निरोगी काया' का लक्ष्य हासिल करना आसान हो जाता है।

# वीरभद्रासन : वीरभद्रासन शरीर में संतुलन को बेहतर करता है व् सामर्थ्य बढ़ाता है।यह तनाव को कम करने व् मन को शांत करने के साथ साथ हृदय गति को भी नियंत्रित करता है।

# भुजंगासन
: पेट की तरफ लेट जाएं और दोनों हाथों को ठीक छाती के पास रखें। धीरे धीरे अपने शरीर को ऊपर की ओर ले जाएं। अपनीं सांसों पर ध्यान केंद्रित करें और अपने पेट को स्ट्रेच करें। इस आसन से आपकी रीढ़ की हड्डी, पेट और बांह फिट रहते हैं। साथ ही चक्कर आने की समस्या भी इस आसन को करने से दूर हो जाती है।