अक्सर आपने कई लोगों को देखा होगा जिनके खर्राटों की आवाज कुछ इस तरह गूंजती हैं कि आस-पास वाले रात को चैन की नींद भी नहीं ले पाते हैं। कई लोग इसे केवल एक आदत समझते हैं जबकि यह आपकी खराब सेहत को भी दर्शाते हैं। इसका कारण नींद में सोते वक्त अगर सांस लेने के दौरान एयरफ्लो में किसी तरह की रुकावट आती है नाक और कंठ में मौजूद टीशू में वाइब्रेशन होने लगता है जिससे खर्राटे आने लगते हैं। ऐसे में आपको कई बार शर्मिंदगी का भी सामना करना पड़ता हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे योग लेकर आए हैं जो खर्राटों की इस समस्या को समाप्त करने में आपकी मदद करेंगे। तो आइये जानते हैं इनके बारे में। धनुरासन या बो पोज
भुजंगासन की ही तरह इस योगासन में भी आपका सीना, कंधा और गला पूरी तरह से खुल जाता है जिससे आप और ज्यादा गहरी सांस लेने लगते हैं जिससे सांस लेने और छोड़ने के दौरान कंठ में किसी तरह की रुकावट नहीं होती और खर्राटे भी नहीं आते। हालांकि धनुरासन को करने के लिए बहुत सारे प्रैक्टिस की जरूरत है। लिहाजा किसी योगा एक्सपर्ट की देखरेख में ही इसे करें। भुजंगासन या कोबरा पोज
खर्राटों की समस्साय दूर करने के लिए सबसे बेस्ट योगासन है भुजंगासन। इस आसन को करने के दौरान व्यक्ति का चेस्ट यानी सीना पूरी तरह से खुल जाता है। इस पॉस्चर में हमारे फेफड़े क्लियर हो जाते हैं और वायु मार्ग भी क्लीन और फ्री हो जाता है जिससे खर्राटे लेने की आशंका कम हो जाती है। साथ ही साथ इस योगासन को करने से शरीर में ऑक्सिजन और ब्लड फ्लो भी रेग्युलेट होता है जिससे आपकी ब्रीदिंग और शरीर के बाकी फंक्शन्स भी बेहतर तरीके से काम करने लगते हैं।
भ्रामरी प्राणायाम
योग के ये आसन मुख्य तौर पर एक ब्रीदिंग टेक्नीक है जिसे कोई भी बड़ी आसानी से कर सकता है। इस आसन को करने से शरीर और मन दोनों शांत होता है और ऐंग्जाइटी कम होती है। इस ब्रीदिंग आसन को करने से शरीर में हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत कम होती है जिससे खर्राटों की दिक्कत दूर होती है और कई बार रात में अगर अचानक नींद टूटने की परेशानी हो तो वो भी दूर हो जाती है।